Reporter,(R.Santosh): राज्य के आदिवासी कल्याण और महिला और बाल कल्याण मंत्री श्रीमती सत्यवती राठौड़ ने कहा कि सरकार गरीब और प्रवासी मजदूरों को कोरोनोवायरस के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान आवश्यक और आवश्यक वस्तुएं प्रदान करती रही है। मंत्री ने आज भद्राचलम आईटीडीए में कोरोनोवायरस नियंत्रण, प्रवासी मजदूरों और पेयजल सुविधाओं पर परियोजना अधिकारियों के साथ समीक्षा की।
भद्राचलम में वन क्षेत्र बहुत अधिक है और जलवायु और स्व-विनियमित जंगलों की सरकार की तालाबंदी ने कोरोना को फैलने से रोक दिया है। अब तक हुए चार पॉजिटिव मामलों में से तीन पहले ही डिस्चार्ज हो चुके हैं और एक अन्य बरामद हो चुका है।
जिला प्रशासन भी उस तंत्र की सराहना करता है जो कोरोनर वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कोरोनर ने लिया है।
लॉकडाउन के दौरान, सरकार जनता को सेवाएं प्रदान कर रही है और यह सुनिश्चित करती है कि उनके पास बिना किसी परेशानी के आवश्यक सामान और आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने कहा कि भद्राचलम ज्यादातर आदिवासी है और किसी भी परिस्थिति में सरकार का समर्थन नहीं रोका जाना चाहिए। उन्होंने आपातकाल के दौरान जनता से बाहर आने का आग्रह किया और तालाबंदी के दौरान सरकार के नियमों का सख्ती से पालन किया।
बैठक में न्यायाधीश अध्यक्ष कोरम कनककाया, परियोजना अधिकारी गौतम, अन्य अधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने भाग लिया।