नई दिल्ली,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष मंत्रालय के तहत एक टास्क फोर्स का गठन किया है। केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपाद येशो नाइक  ने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और टास्क फोर्स कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। नाइक ने कहा, ‘आयुर्वेद की वैज्ञानिक मान्यता के लिए इस टास्क फोर्स का गठन किया है जो भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर काम करेंगे। ये आयुर्वेद और पारंपरिक दवाइयों के मेडिकल फॉर्मूले कोकोरोना वायरस के खिलाफ वैज्ञानिक तरीके से प्रयोग करने की दिशा में काम करेगा। उन्होंने कहा, आयुर्वेद और होम्योपैथिक दवाएं कोरोना वायरस जैसी खतनाक बीमारी के उपचार में कारगर सिद्ध होगी।’ उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब ऐलोपैथी जैसी पद्धतियां नाकाम हो गई हैं। तब भारत आयुर्वेद के जरिए कोविड-19 के रोगियों के इलाज के लिए तैयार है। इससे पहले भी श्रीपाद येशो नाइक ने ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को लेकर कहा था कि बेंगलुरु के एक आयुर्वेदिक चिकित्सक ने दावा किया था कि उनके फॉर्मूले से ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स कोरोना वायरस संक्रमण से उबर गए। यह दिखाता है कि आयुर्वेद और होम्योपैथिक दवाएं किस तरह कोरोना वायरस के उपचार में कारगर हैं। उन्होंने कहा भारत जल्द ही आयुर्वेदिक पद्धति से कोरोना वायरस के रोगियों का इलाज करेगा। वैज्ञानिक प्रामाणिकता नहीं मिलने के कारण भारत इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति नहीं कर पा रहा है। मौजूदा संकट के दौरान केवल ऐहतियाती उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।