शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा स्थापित राज्य संसाधन केंद्र शिमला ने पुलिस प्रशासन को मास्क पहनने की अनुपालना सुनिश्चित करवाए जाने को लेकर एक पत्र प्रेषित किया है | हिप्र के डीजीपी एसआर मरडी को भेजे अपने तर्क में राज्य संसाधन केंद्र के निदेशक ओपी भुरैटा ने स्पष्ट किया कि हम इस महामारी से निपटने में आपके प्रयासों की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि हम एक मुद्दा उठाना चाहते हैं जो प्रकृति में जरूरी है। सुबह की सैर पर जाते समय हमने हाल ही में देखा है कि अधिकांश लोग न तो ठीक से मास्क पहन रहे हैं और न ही अपनी नाक ढक रहे हैं। यह गलत है क्योंकि कोरोना वायरस खुली नाक के माध्यम से संक्रमण फैला सकता है। उन्होंने कहा कि हमें सुबह की सैर के दौरान मास्क पहनने के लिए एक पुलिस गश्त प्रसारण संदेश भी मिला। हम आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहते हैं और आपसे अनुरोध है कि इस ध्वनि संदेश को यह कहते हुए पूरक करें कि मास्क पहनें और नाक, मुंह और ठोड़ी को ढंककर ठीक से पहनें। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप प्रसारण संदेशों में आवश्यक बदलाव करके और अपने कर्मचारियों को सुबह की सैर के दौरान और बाजारों और कार्यालयों का दौरा करने के दौरान सार्वजनिक रूप से मास्क का उचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए निर्देश देकर उचित कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि आपसे अनुरोध है कि इस संबंध में उचित कदम उठाने के लिए अपने जिला स्तर के अधिकारियों के साथ इस जानकारी को साझा करें। उन्होंने डीजीपी को एक पोस्टर और उपयोग के लिए उपरोक्त मुद्दे पर विकसित बुकलेट “संगरोध” भी प्रेषित की हैं । उन्होंने बताया कि डीजीपी को प्रेषित किया जा रहा पोस्टर और बुकलेट पूर्व में माननीय राज्यपाल और माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के साथ पहले से ही साझा की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हमें यकीन है कि यह सामग्री निश्चित रूप से पुलिस विभाग के निरंतर संचार प्रयासों को लाभ और सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम इस महामारी से निपटने के प्रयासों में सरकार के साथ खड़े हैं।