नई दिल्ली में मंगलावार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने डिफेंस इक्युइपमेंट के आधुनीकरण पर सेमिनार के दौरान एक किताब का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय वायु सेना की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय वायु सेना तकनीकी रूप से काफी उन्नत और अत्यंत शक्तिशाली बल है, हमारे पड़ोस में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ हाल ही में की गई आक्रामक कार्रवाई इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। ये भारतीय सशस्त्र बलों की घातकता और प्राणघातक शक्ति तक पहुंच को दिखाता है।

गौरतलब है कि फरवरी में कश्मीर के पुलावामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके कुछ दिन बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठनों के ठिकाने पर एयरस्ट्राइक की थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसी के मद्देनजर भारतीय वायु सेना की पीठ थपथपाई ।

निजी रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने का प्रयास
इस दौरान रक्षा मंत्री ने ये भी कहा ‘हमने निजी रक्षा क्षेत्र को सरकारी संस्थाओं की परीक्षण सुविधाएं प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार द्वारा एक औपचारिक आदेश दिया जाना बाकी है। इसने निजी संस्थाओं द्वारा परीक्षण सुविधाओं का उपयोग के दौरान रास्ते में आने वाली तमाम बाधाओं को दूर कर दिया है।’

पुराने उपकरणों को भारतीय तकनीक से बदलने का काम जारी
इस दौरान सेमिनार में मौजूद वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि पुराने उपकरणों को भारतीय तकनीक से बदलने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा ‘हम पुराने उपरकरणों को बदलने के लिए भारतीय तकनीक का इंतजार नहीं कर सकते और न ही रक्षा उपकरण को विदेश से आयात करना समझदारी होगी। हम इस समय उन्नत पुराने हथियारों को भारतीय तकनीक से बने हथियारों से बदलने का काम कर रहे हैं।’