कोरोना संक्रमण फैलने के कारण सील की गई मंडी सोमवार से खुल गई है। प्रशासन ने समीक्षा के बाद मंडी खोलने की अनुमति दी थी। नए नियम और शर्तों के साथ मंडी से व्यापार हो सकेगा। हालांकि इससे शहर में फल-सब्जी की आपूर्ति में सुधार आने की उम्मीद है।

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बंद पड़ी निरंजनपुर सब्जी मंडी खुल गई है। पहले दिन मंडी में सब्जी विक्रेताओं की भीड़ नजर नहीं आई। इस दौरान एहतियातन गेट पर आ रहे लोगों को सैनिाइज भी किया जा रहा है। आपको बता दें कि दो बार की समीक्षा के बाद प्रशासन ने सोमवार से मंडी खोलने की अनुमति दी। प्रशासन ने मंडी संचालन को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए। सब्जी और फल के कारोबार के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है। साथ ही प्रशासन ने सुरक्षा मानकों के अनुपालन को भी कड़े निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा आढ़ती, वेंडर, फुटकर विक्रेताओं के लिए भी सख्त नियम बनाए गए हैं।

कोरोना जांच रिपोर्ट जरूरी

मंडी अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि मंडी में प्रवेश से पहले आढ़ती को कोरोना जांच रिपोर्ट मंडी प्रशासन को देनी होगी। जो आढ़ती जांच रिपोर्ट नहीं देगा, उसे दुकान खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

50 लोडर को ही प्रवेश 

मंडी में प्रशासन की ओर से जारी निर्देश के तहत एक समय पर 50 लोडर और एक लोडर में एक वेंडर और एक ड्राइवर को ही प्रवेश की अनुमति है। लेकिन मंडी में प्रवेश करने वाले लोग सभी पास धारक होंगे। एक समय पर 75 दुकानें खोली जाएंगी। इसके अलावा बाहर से आने वाले वेंडर, फुटकर विक्रेताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।

फल और सब्जी के लिए अलग-अलग टाइम

प्रशासन के आदेश के क्रम में मंडी में सुबह चार बजे से आठ बजे तक केवल सब्जी का कारोबार होगा, जबकि सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक केवल फल का कारोबार होगा। इसके अलावा मंडी में देर रात से ही फल सब्जी की आवक शुरू कर दी जाएगी।

आइएसबीटी तक ठेली प्रतिबंधित

वहीं, प्रशासन के आदेशानुसार लालपुल से लेकर आइएसबीटी तक के बीच कोई भी ठेली नहीं लगेगी। यहां केवल सब्जी और फल के वेंडर सब्जी लेने निरंजनपुर मंडी पहुंचेंगे।

चार जून को बंद की गई थी मंडी

मंडी में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री के आदेशों के क्रम में जिला प्रशासन ने बीते चार जून को मंडी को 11 जून तक के लिए सील कर दिया था। तब से मंडी समिति शहर में फल-सब्जी की आपूर्ति वाहनों के माध्यम से कर रही थी। नानूरखेड़ा स्थित मिनी मंडी से फल-सब्जी की आपूर्ति की जा रही थी। इस दौरान निरंजनपुर मंडी में दुकानों और गोदामों को सैनिटाइज किया जा रहा था।

मंडी के श्रमिकों की जांच रिपोर्ट का इंतजार

निरंजनपुर मंडी के सभी आढ़तियों और उनके कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई जा रही है। इसमें अब तक करीब डेढ़ सौ आढ़तियों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। जिसमें से अधिकांश ने निजी लैब में जांच कराई थी। डेढ सौ के करीब आढ़तियों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। जबकि, रैपिड टेस्ट और रैंडम सैंपलिंग के बाद अब भी कई कर्मचारियों और श्रमिकों की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। अब इनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि, मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा के अनुसार अभी तक जितने आढ़तियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, केवल उन्हें ही मंडी में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। सीमित संख्या के साथ मंडी का संचालन किया जाएगा।

आढ़तियों ने रिपोर्ट देने में जताई असमर्थता

उधर, आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र आनंद का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो जांच की गई थी, उसकी कॉपी हमारे पास नहीं है। इसलिये जांच रिपोर्ट की कॉपी जमा कराने में आढ़ती असमर्थ हैं। यह डाटा प्रशासन के पास उपलब्ध है।

आम आदमी के लिए मंडी में प्रतिबंध

मंडी में अब भी लॉकडाउन के दौरान की व्यवस्था रहेगी। यह केवल आढ़तियों और वेंडरों को एंट्री मिलेगी। आमजन के लिए मंडी बंद रहेगी।

क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वाले आढ़तियों पर पुलिस सख्त

होम क्वारंटाइन किए गए आढ़तियों की ओर से लगातार क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। पुलिस ने थाना स्तर पर ऐसे करीब 250 आढ़तियों की लिस्ट तैयार की है, जिन्हें क्वारंटाइन किया गया है। इन पर नजर रखने के लिए संबंधित थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया है। पटेलनगर कोतवाली पुलिस छह आढ़तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चुकी है, जो क्वारंटाइन होने के बावजूद बाजार में सब्जियां बेच रहे थे।

यही कारण है कि पुलिस के आला अधिकारियों ने सीओ और थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वह ऐसे आढ़तियों पर सख्ती से नजर रखें। सीओ सदर अनुज कुमार ने बताया कि जिन आढ़तियों को क्वारंटाइन किया गया है, उन पर पुलिस की नजर है। सबकी लिस्ट बनाकर थाना स्तर पर भेजी गई है। क्वारंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद ही आढ़तियों को बाहर निकलने की इजाजत दी जाएगी।