आज पॉलीथिन एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ नगर निगम की ओर से मानव श्रृंखला बनाई गई, जो शहर पर भारी पड़ गई। नगर निगम के कीर्तिमान के चक्‍कर में पूरा शहर कैद हो गया। पुलिस ने गलियों के बाहर बैरिकेटिंग लगा दी थी। गलत यातायात प्‍लान के कारण पूरा शहर जाम में फंस गया। रुट डायवर्ट के चलते लोगों इधर से उधर भटकते रहे। इस दौरान कई लोगों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। पटेलनगर चौक पर तो करीब एक किलोमीटर लंबा जाम भी लगा। इस दौरान एक एम्‍बुलेंस भी जाम में फंस गई, जिसे किसी तरह वहां से निकाला गया।

नगर निगम की ओर से आज सुबह पॉलीथिन एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाई गई, जो शहर की समस्त मुख्य सड़कों का हिस्सा बनी। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। हालांकि, निगम व पुलिस ने दावा किया था कि प्लान से आमजन को कोई असुविधा नहीं होगी और सामान्य यातायात सुचारू चलता रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करान के चक्‍कर में पूरे शहर को कैद कर दिया गया। इस दौरान लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

बायीं तरफ बनी मानव श्रृंखला

मानव श्रृंखला सड़क के बायीं तरफ बनाई गई। इससे सुबह यातायात सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, महापौर सुनील उनियाल गामा, नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय पूरे प्रशासनिक अमले के संग मियांवाला चौक पहुंचे। वहां से खुली जीप में मुख्यमंत्री व महापौर श्रृंखला का निरीक्षण करते हुए आगे बढ़े। सायरन बजने के बाद मुख्यमंत्री और महापौर जीप से उतरकर मानव श्रृंखला का हिस्सा बने। दो मिनट तक भागीदारी के बाद वे दोबारा श्रृंखला के निरीक्षण को निकले।