हैदराबाद,(R.Santosh): राज्य के आदिवासी कल्याण और महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ ने आज सुप्रीम कोर्ट में जिवो एमएस 3 पर स्टेट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड्स द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य की जांच की, जो आदिवासी अधिकारों की रक्षा करता है। मुख्यमंत्री केसीआर ने बिहार MS3 द्वारा सर्वोच्च न्यायालय संवैधानिक पीठ की बर्खास्तगी पर एक समीक्षा याचिका दायर करने का फैसला किया है, जिसने अनुसूचित क्षेत्र में शिक्षक पदों के लिए 100% आदिवासी पदों को जारी किया है। अतिरिक्त निदेशक सर्वेश्वर रेड्डी, निदेशक कल्याण यूएस और अन्य अधिकारियों को समीक्षा करनी होगी।
मंत्री ने जनजातीय अधिकारियों को राज्य के आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक व्यापक याचिका दायर करने, कानूनी विशेषज्ञों और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों की सलाह लेने और आवश्यक रिपोर्ट और जानकारी तैयार करने का निर्देश दिया है।
हम याचिका के कारणों और हमारी याचिका के कारणों पर एक व्यापक रिपोर्ट तैयार करने के लिए जल्द ही आदिवासी जन प्रतिनिधियों और विशेषज्ञ वकील की एक बैठक बुलाएंगे।