हरिद्वार-देहरादून सेक्शन पर देहरादून यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के चलते नवंबर 2019 से फरवरी 2020 के बीच देहरादून से आने-जाने वाली ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा, जिससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। नॉर्दन रेलवे की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक कुछ ट्रेनें पूरी तरह से रद रहेंगी, जबकि कुछ ट्रेनें हरिद्वार, नजीबाबाद और अलीगढ़ स्टेशनों से संचालित होंगी।

नॉर्दन रेलवे ने शुक्रवार को हरिद्वार-देहरादून सेक्शन पर देहरादून यार्ड रिमॉडलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया गया है, जो दस नवंबर 2019 से शुरू होकर सात फरवरी 2020 तक चलेगा। इन तीन महीनों में देहरादून से चलने वाली कई ट्रेनें रद रहेंगी।

जबकि कुछ ट्रेनें हरिद्वार, नजीबाबाद और अलीगढ़ स्टेशनों से आवाजाही करेंगी। इससे देहरादून से अपनी यात्रा तय करने वाले या अन्य स्टेशनों से देहरादून पहुंचने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

खासकर देहरादून से वाराणसी, अमृतसर, दिल्ली, ओखा, उज्जैन, इंदौर, बांद्रा और मदुरई से आने-जाने वाले यात्री ज्यादा मुसीबत झेलेंगे। रेलवे बोर्ड ने इस रूट पर चलने वाली ट्रेनें पूरी तरह से रद कर दी हैं। इससे पहले भी रेलवे बोर्ड ने दो माह से अधिक के लिए देहरादून स्टेशन पर कार्य के चलते ब्लॉक लिया था।

उस समय भी यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी थी। वहीं, तीन महीने तक दून स्टेशन के बंद रहने से हवाई यात्रा पर भी दवाब बढ़ने के आसार हैं।

अपर स्टेशन अधीक्षक सीताराम सोनकर ने बताया कि यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के लिए नॉर्दन रेलवे ने स्वीकृति दे दी है। इस दौरान 90 दिन तक देहरादून से ट्रेनों का आना-जाना बाधित रहेगा।

इसमें कुछ ट्रेनें पूरी तरह रद हैं, जबकि कुछ ट्रेनें अन्य स्टेशनों से चलेंगी। उन्होंने बताया कि सर्दियों में कोहरे और अन्य कारणों के चलते ट्रेनें रद करनी पड़ती है, इसलिए यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के लिए इस समय को चुना गया है।