कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अब बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद से प्रदेश लौटे करीब 200 लोगों पर नजर रखी जाएगी। केंद्र से इन लोगों की सूची मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने यह कदम उठाया है। इसके लिए सभी जिलों में टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों ने उन लोगों के घर-घर जाकर संपर्क करने और उनका हाल लेने का काम भी शुरू कर दिया है।

चीन में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस से हर कोई दहशत में है। वहां पढ़ाई, नौकरी व कारोबार के लिए चीन गए उत्तराखंड के काफी लोग लौट आए हैं। ऐसे करीब 200 लोगों की सूची स्वास्थ्य महानिदेशालय ने जिलों को भेजी है, जिनकी ट्रैकिंग शुरू कर दी गई है।

इनमें देहरादून के 123 लोग शामिल हैं। जिनमें 62 पंद्रह दिन के भीतर चीन के विभिन्न शहरों से दून लौटे हैं। इसके अलावा हरिद्वार जिले में 26, टिहरी में 27, पौड़ी में 12 और उत्तरकाशी में भी दो लोग हाल में चीन से आए हैं। एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी) के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. पंकज सिंह के अनुसार, इनमें अधिकांश लोग स्वस्थ हैं और उनकी एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग भी हुई है। डरने जैसी कोई बात नहीं है।

उन्होंने बताया कि एहतियातन इनकी निगरानी व सेहत की जानकारी ली जा रही है। बताया कि वायरस के संक्रमण के बाद लक्षण सामने आने में 14 दिन का समय लगता है। लक्षण पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

चीन से लक्ष्मण झूला लौटे सात लोग

चीन में कोरोना वायरस के चलते वहां से आने वाले लोगों का वैसे तो दिल्ली एयरपोर्ट पर पूरी स्क्रीनिंग हो रही है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम इनकी निगरानी में पूरी सतर्कता बरत रही है। गुरुवार को चीन से कुल सात लोग लक्ष्मण झूला, ऋषिकेश लौटे। हालांकि इनकी, रिपोर्ट नेगेटिव मिली है, फिर भी इन पर इंडियन डिजीज प्रोग्राम की टीम नजर रखेगी।

जनपद पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत लक्ष्मण झूला क्षेत्र में चीन से आने वाले सभी लोगों की निगरानी के लिए इंडियन डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसीएमओ पौड़ी डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि जनपद पौड़ी के 15 ब्लॉक में प्रत्येक पांच ब्लॉक की जिम्मेदारी एक डिप्टी सीएमओ को दी गई है। इसके तहत डॉ. अशोक कुमार तोमर यमकेश्वर क्षेत्र देख रहे हैं।

इंडियन सर्विलांस प्रोग्राम के तहत लक्ष्मणझूला क्षेत्र के सात लोगों को सर्विलांस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों के स्थायी पते की जानकारी जुटाने के साथ उनकी लोकेशन सर्विलांस टीम ट्रेस कर रही है। इनके मोबाइल नंबर भी पुलिस प्रशासन के जरिए हासिल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पौड़ी जनपद में चीन से एक माह के भीतर भारत लौटने वाले बारह लोगों की सूची विभाग को उपलब्ध कराई है। पौड़ी के एसीएमओ डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में इस विषय को लेकर कार्यशाला भी संपन्न हुई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जो सूची मिली है उसके मुताबिक एक फरवरी को आने वाले दो लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। सूची में संबंधित लोगों के मोबाइल नंबर नहीं है। इसके लिए पुलिस प्रशासन की मदद से इनके नंबर उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इंडियन डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) के नोडल अधिकारी डॉ. आशीष गुसाईं सर्विलांस टीम को लीड कर रहे हैं।

पौड़ी के पंद्रह ब्लॉक में कुल तीन डिप्टी सीएमओ तैनात हैं। पांच ब्लॉक की जिम्मेदारी एक डिप्टी सीएमओ को दी गई है। सर्विलांस टीम इस बात का पता लगा रही है कि यह सभी लोग अपने इन पते में पहुंचे या नहीं।

योग सप्ताह पर होगी नजर

एक से सात मार्च तक मुनिकीरेती और स्वर्गाश्रम क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसमें प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में विदेशी साधक शामिल होते हैं। चीन से भी योग साधक यहां आते हैं। इस वर्ष योग सप्ताह में चीन की भागीदारी को लेकर अब तक संशय बना हुआ है।

एसीएमओ पौड़ी डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव को देखते हुए भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। आयोजकों से स्वास्थ विभाग की टीम संपर्क साधेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल दलीप ङ्क्षसह कुंवर ने बताया कि अभिसूचना इकाई के जरिए सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

आशाएं घर-घर जाकर करेंगी चीन से लौटे लोगों की स्क्रीनिंग

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अब आशा कार्यकर्ताओं की भी जिम्मेदारी तय कर दी गई है। आशाएं घर-घर जाकर उन लोगों की पहचान व स्क्रीनिंग करेंगी, जो हाल ही में चीन से लौटे हैं। साथ ही स्वाइन फ्लू व डेंगू के बारे में भी जानकारी जुटाएंगी।

इस बावत जनपद देहरादून की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी ने आइडीएसपी की टीम, जिला समन्वयक आशा कार्यक्रम, आशा फैसीलिटेटर व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश जारी किए हैं। बैठक में उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए की गई तैयारियों की जानकारी भी प्राप्त की।

सीएमओ ने बताया कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव/रोकथाम के विभागीय स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। चिकित्सकों व अन्य स्टाफ के लिए मास्क, पीपीई किट की उपलब्धता आदि के बारे में भी उन्होंने जानकारी ली।

कहा कि हाल ही में चीन से लौटे लोगों को यदि सर्दी, जुकाम अथवा बुखार है तो उन्हें संदिग्ध मरीज की श्रेणी में रखकर अस्पतालों में समुचित उपचार दिया जाए। साथ ही आशाओं को घर-घर जाकर ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर उनकी स्क्रीनिंग करने के निर्देश भी दिए। बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एनके त्यागी, नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश चौहान, डॉ. पीयूष अगस्टीन आदि भी उपस्थित रहे।