नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर कार्यकर्ताओं को लामबंद करने से उत्साहित प्रदेश कांग्रेस संगठन अब फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ेगा। ये आंदोलन जिले और विधानसभा क्षेत्रवार होंगे।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती मिशन 2022 की है। राज्य में अभी तक बिखराव का शिकार रही कांग्रेस अब एकजुटता के बूते सरकार के खिलाफ हमलों की धार तेज करेगी। महंगाई को लेकर पार्टी का रुख आक्रामक रहना तय है। प्याज, सब्जियों के साथ ही घरेलू उपयोग के सामान, पेट्रोलियम पदार्थो व रसोई गैस की कीमतों को लेकर पार्टी अपने आंदोलन को अब ब्लॉकों और विधानसभा क्षेत्रों तक ले जाने की रणनीति बना रही है।

दरअसल सीएए और एनआरसी को लेकर बीते दिनों देहरादून में कांग्रेस के प्रदेशस्तरीय प्रदर्शन में कार्यकर्ता एकजुट हो सड़कों पर उतरे। इससे पार्टी का भी मनोबल बढ़ा है। अभी तक राज्य में बड़े चुनावों में कांग्रेस को कामयाबी नहीं मिली है। अब 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश फूंकने की कोशिश कर रही है।

पार्टी हाईकमान की ओर से भी आपसी मतभेदों को दरकिनार कर संगठन के कार्यक्रमों में भागीदारी की हिदायत प्रदेश के तमाम क्षत्रपों को दी जा चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ पार्टी जिलेवार व विधानसभाक्षेत्रवार आंदोलन की रणनीति को अंजाम देगी।