चंडीगढ़,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):सरकार और आरबीआई के दिशा निर्देशों के बावजूद बैंक ऑटोमेटिक अकाउंट क्लीयरिंग कर रहें हैं | जिससे आमजन के आर्थिक हालात बिगड़ रहे हैं | मामले को गंभीरता से लेते हुए न्यू कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष विवेक हंस गरचा ने आवाज बुलंद की है | विवेक हंस गरचा ने बैंकों की इस असंवैधानिक कार्यवाही असंतोष व्यक्त किया | उन्होंने कहा कि दिशा निर्देशों की अनुपालना न किए जाने वाले बैंकों की कार्यप्रणाली की जांच की जाए और गलत पाए जाने वाले बैंकों की मान्यता भी तत्काल प्रभाव से रद्द की जाए | उन्होंने कहा कि कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है | हालात इतने ख़राब हो चुके हैं कि कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं और यह सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है | भारत में भी तेजी से आंकड़े बदल रहे हैं| 21 दिन के लॉक डाउन ने लोगों को घर पर रहने को मजबूर कर दिया है | हालात अगर ओर गंभीर हुए तो लॉक डाउन आगे भी बढ़ाया जा सकता है | उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किए गए तमाम वायदे खोखले साबित हो रहे हैं | इस लॉक डाउन में लोगों को डिप्रेशन से बचाने के लिए सरकार ने आर.बी.आईI द्वारा सभी बैंकों को दिशा निर्देश जारी कर यह डायरेक्शन दी गई कि अगले 3 महीने तक की ई.एम.आई वसूलने हेतु ई.सी.एस अकाउंट में न लगाएं | लेकिन कुछ एन. बी. एफ. सी व प्राइवेट बैंकों ने भारत सरकार व आर. बी. आई के दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए देश की घरों में बंद बेबस लोगों की जेब पर डाका मारना शुरू कर दिया है | लोगों के अकाउंट से मासिक किस्तें कटनी शुरू हो चुकी है | क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को भी बैंक कर्मचारियों द्वारा फ़ोन व मैसेज कर दवाब बनाया जा रहा है कि ग्राहक जल्द से जल्द पैसे का भुगतान करें | विवेक हंस गरचा ने कहा कि अगर नॉन बैंकिंग फिनांशल कारपोरेशनस व प्राइवेट बैंक ऐसी आपातकालीन स्थिति में देश वासियों का साथ नहीं देंगे तो आर्थिक स्थिति ओर भी दयनीय हो जायेगी | ऐसी स्थिति में जी.डी.पी भी दिन प्रतिदिन ओर गिर रही है | सरकार के लिए आर्थिक स्थिति संकट का विषय बनी हुई है | विवेक हंस गरचा ने कहा कि ख़राब हालात में अगर एन.बी.एफ.सी व प्राइवेट बैंक यदि सरकार का व आर.बी.आई.आई के दिशा निर्देशों कि पालना नहीं कर सकते तो सरकार के व आर.बी.आई के दिशा निर्देशों की उलंघना करने की जुर्म में इनकी मान्यता रद्द की जानी चाहिए |