उत्तराखण्ड, महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सेठी ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि बाहरी राज्यो से लौट रहे प्रवासियों को होम कोरोटाइन करने की जगह उन्हें बॉर्डर के पास ही व्यवस्था कर 14 दिन के लिए कोरोटाइन किया जाना अति आवश्यक है । जिस प्रकार लगातार उत्तराखण्ड के हर जिले में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे है वो भविष्य के लिए चिंता का विषय है ।
क्योकि होम कोरोटाइन किये जाने पर लापरवाही हो रही है कुछ लोग जानकारी छुपा रहे है तो कुछ लापरवाही करते हुए घरों से बाहर निकल रहे है जिसकी वजह से खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है प्रवासियों के आने से उत्तराखण्ड में आंकड़ा डबल से पार होकर 100 से ऊपर जा चुका है । जिस जिले में कोई मरीज नही था वहां भी मरीज मिलना चिंता का विषय है सरकार को ओर सतर्क होते हुए रेपिड टेस्टिंग हर जिले में तेजी से करवाते हुए जांच में तेजी लाने की आवश्यकता है तभी जल्दी से जल्दी कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है अन्यथा स्तिथी खराब होने में देरी नही लगेगी । साथ ही कोरोटाइन सेंटर आबादी शहर से दूर बॉर्डर के पास ही बनाये जाएं।