नई दिल्ली :भारतीय टीम ने इंग्लैंड को टी20 सीरीज में हराने के बाद वनडे सीरीज में भी दमदार आगाज किया और पुणे में पहला वनडे 66 रनों से जीत लिया। एमसीए स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने शिखर धवन (98), विराट कोहली (56) , लोकेश राहुल (62*) और क्रुणाल पंड्या (58*) के अर्धशतकों की मदद से 5 विकेट पर 317 रन बनाए। इसके बाद इंग्लिश टीम 42.1 ओवर में 251 रन पर ऑलआउट हो गई।
318 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम के लिए ओपनर जॉनी बेयरस्टो ने जरूर कुछ संघर्ष किया और 94 रन बनाए लेकिन अपना पहला ही वनडे खेल रहे प्रसिद्ध कृष्णा ने शानदार अंदाज में गेंदबाजी की। कृष्णा ने 54 रन देकर 4 विकेट झटके और इकॉनमी रेट 6.6 का रहा। पेसर शार्दुल ठाकुर ने 37 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। भुवनेश्वर कुमार को दो और वनडे डेब्यू करने वाले क्रुणाल पंड्या को एक विकेट मिला। पूर्व धुरंधर ओपनर वीरेंदर सहवाग हों या वसीम जाफर, कृष्णा और शार्दुल की हर कोई तारीफ कर रहा है। सहवाग ने तो शार्दुल को लॉर्ड बताया। उन्होंने लिखा, इंग्लैंड ने 14.1 ओवर तक बिना कोई विकेट खोए 135 रन बनाए थे, फिर लॉर्ड शार्दुल, प्रसिद्ध कृष्णा और भुवनेश्वर… उन्होंने साथ ही एक मीम शेयर किया जिसमें लिखा था- एकदम से वक्त बदल दिया, जज्बात बदल दिए, जिंदगी बदल दी। करियर में 33 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले जाफर ने लिखा, कमबैक होते हैं और कुछ ऐसे होते हैं। टीम इंडिया को सलाम, खासतौर से प्रसिद्ध कृष्णा और ठाकुर साब..। कैप्टन विराट कोहली ने जीत के बाद कहा कि एक जगह के लिए ही 2-3 खिलाड़ी मौजूद हैं। ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा फिलहाल चोटिल चल रहे हैं और अब उनकी गैरमौजूदगी में जो भी खिलाड़ी प्लेइंग-ङ्गढ्ढ में आता है, खुद को साबित कर रहा है। आईपीएल में 24 मैच खेलने वाले कृष्णा ने उस टी20 लीग में 18 विकेट लिए हैं और अपने पहले ही इंटरनैशनल मैच में दमदार प्रदर्शन किया। सर जडेजा से मशहूर 32 साल के ऑलराउंडर के पास काफी अनुभव है। उन्होंने 51 टेस्ट, 168 वनडे और 50 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। बीसीसीआई की पॉलिसी देखने को मिली है कि जो खिलाड़ी चोट के बाद वापसी करता है, तो वह प्लेइंग-ङ्गढ्ढ के लिए सिलेक्टर्स की पहली पसंद होता है। जैसे ऋद्धिमान साहा टेस्ट फॉर्मेट में सिलेक्टर्स की पसंद माने जाते हैं, जब भी वह चोट से वापसी करते हैं तो उन्हें जगह मिलती है। जडेजा ने अब तक टेस्ट में 220, वनडे में 188 और टी20 इंटरनैशनल में 39 विकेट लिए हैं। टेस्ट में उन्होंने एक शतक और 15 अर्धशतकों की मदद से कुल 1954 रन भी बनाए हैं। वनडे में भी जडेजा ने 13 अर्धशतक लगाए हैं और कुल 2411 रन उनके नाम हैं। ऐसे में सिलेक्टर्स उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें उपलब्ध होने पर प्लेइंग-ङ्गढ्ढ में शामिल कर सकते हैं और उनके लिए कोई परेशानी नजर नहीं आती लेकिन जिस तरह उनकी गैरमौजूदगी में दूसरे खिलाड़ी खुद को साबित कर रहे हैं, उसके बाद तो थोड़ी मुश्किल हो सकती है।