शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): वैश्विक आपदा कोरोना संक्रमण के दौर से डिजास्टर मेनेजमेंट सेल कुल्लू अपने दायित्व को बखूबी निभाते हुए आपातकालीन सेवाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निभाने में अग्रणी रहा है। जब लाॅकडाउन के चलते अधिकतर कर्मचारी व आम जनता अपने घरों में रहकर सहयोग कर रहे थे तो इस संकट में पर्दे के पीछे यह कोरोना योद्धा चैबिसों घंटे उपलब्ध होकर आम जनमानस के लिए सेवाएं देने में तत्पर रहे। उल्लेखनीय है कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, कुल्लू में कार्यरत 11 कर्मियों में से 10 कर्मी 25-30आयु वर्ग के युवा हैं।
सूर्य उदय से पहले तथा देर रात्रि तक आने वाली सैकड़ों फोन काॅल पर लोगों को वांछित जानकारियाॅं देने तथा उनकी शंकाओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने में ये कर्मचारी तन-मन से जुटे हैं। विभिन्न विभागों से वांछित सूचनाओं को एकत्रित करने तथा प्रसारित करने में भी अहम कार्य कर रहे है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न माध्यमों से कोरोना संकट से निपटने के लिए किये जा रहे उपायों, सूचनाओं, जिला प्रशासन के आदेशों, दिशा-निर्देशों तथा एडवायजरी का रिकाॅर्ड तैयार करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य का भी सहजता से निष्पादन किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त शासन-प्रशासन को पुख्ता एवं त्वरित जानकारी उपलब्ध करने का दायित्व निभाते हुए यह केन्द्र कोरोना संकट काल में एक अहम् भूमिका निभा रहा है। इतना ही नहीं ये युवा कर्मी इन परिस्थितियों में रक्तदान जैसे पुनीत कार्यो को भी अंजाम दे रहे हैं। जिला समन्वयक प्रशांत सिंह ने 13 मई को कैंसर के रोगी के लिए रक्तदान करके उदाहरण प्रस्तुत किया ।आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कुल्लू के समन्वयक प्रशांत सिंह ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक आपदा होने के कारण इस केन्द्र की जिम्मेवारी का दायरा और भी बढ़ गया है। इस स्थिति में सम्बन्धित सूचनाओं का आदान-प्रदान अविलम्ब किया जाना स्वाभाविक है।
जिला स्तर, उपमण्डल तथा खण्ड स्तर पर विभिन्न कार्यालयों से आवश्यक वांछित सूचनाओं का एकत्रीकरण और संकलन इस केन्द्र की कार्यशैली का नियमित हिस्सा बन चुका है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के बेहतर प्रबन्धन के लिए ऐसी सूचनाएं महत्वपूर्ण होती है।प्रशांत सिंह का कहना है कि लोगों की सुविधा के लिए जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री नम्बर का सोशल मिडिया तथा लाउड स्पीकरों के माध्यम से जन-जन तक प्रचार किया गया, जिसके चलते लोगों की निर्भरता इस केंद्र पर बढ़ने लगी। इस स्थिति में इस सेल के कर्मी एक सकारात्मक सोच, सेवा और दायित्व निर्वहन की भावना के साथ कार्य में जुटे हैं। प्रशांत सिंह का मानना है कि मातृभूमि व कर्तव्य से बढ़कर कुछ नहीं होता। वह कोरोना संकटकाल में जिलावासियों के लिए कर्तव्य निष्ठा से सेवाएं देना अपना सौभाग्य मानते हैं।
सुन्दर सिंह ठाकुर, कानूनगो, वित्तिय प्रबंधन के अनुभवों व मार्गदर्शन में कर्मी भरपूर फायदा उठा रहे हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में कर्मी लेखन समन्वयक राकेश का सहयोग पूर्ण कार्यशैली के चलते आपस में तालमेल स्थापित करके कार्य का निष्पादन कर रहे हैं ।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, कुल्लू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एस.के. पराशर ने बताया कि किसी भी आपदा के समय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सेवाएं बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार लोगों की सुविधा के लिए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कुल्लू के कर्मी अपनी बेहतर सेवाएं दे रहे हैं ।लाॅकडाउन के दौर में ये प्राधिकरण एक प्रभावी, सुविधाजनक व सुगम केंद्र के रूप में उभरा है । कोविड आपदा से निपटने के लिए केंद्र में अपरिहार्य परिस्थितियों में चैबिसों घंटे काम कर रहे ये युवा कर्मचारी कोरोना योद्धाओं से कम नहीं है।