चण्डीगढ़,10 नवम्बर – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय,हिसार के अंतर्गत विस्तार शिक्षा संस्थान नीलोखेड़ी में आज ‘‘विस्तार अधिकारियों के लिए प्रभावी संचार कौशल’’ विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को नई-नई तकनीकों को जानने का मौका मिला है जिसके माध्यम से वे अपने कार्यक्षेत्र में और भी अधिक कुशलता के साथ काम कर सकेंगे। किसानों को नई तकनीकों को अपनाने हेतू प्रेरित करने के लिए विस्तार अधिकारियों में संचार कौशल में निपुणता होनी चाहिए। विस्तार अधिकारियों को किसानों की स्थानीय भाषा में बात करते हुए साधारण शब्दों का चुनाव करके नई तकनीकों एवं योजनाओं की जानकारी देनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि यह संस्थान उत्तर भारत के राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि, उद्यान, पशु-पालन, मत्स्य पालन, वानिकी, महिला एवं बाल विकास इत्यादि विभागों के विस्तार अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है। हर तरह का वित्तीय सहयोग देने के लिए विस्तार निदेशालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की भी सराहना की।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह के दौरान आयुर्वेदिक दिवस भी मनाया गया है जिसमें प्रतिभागियों को आयुर्वेद से जुड़ी जानकारियां सांझा की गई हैं। प्रतिभागियों को आयुर्वेद के साथ-साथ नैचुरोपैथी एवं मिलेट्स के लाभों के बारे में भी बताया गया है। उन्होंने कहा कि अच्छे खान-पान एवं व्यायाम के माध्यम से हम स्वस्थ रह सकते हैं जो कि सबसे बड़ी जरूरत है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में उत्तर प्रदेश, झारखंड, जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचाल प्रदेश के विस्तार अधिकारियों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया है। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण भी करवाया गया और इसके साथ-साथ विभिन्न संस्थानों से व्याख्यानों के लिए विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया था।