देहराीदून। जैन धर्म के पर्वाधिराज दसलक्षण महापर्व के नौवें दिन उत्तम अकिंचन्य धर्म के दिन परम पूज्य श्रमणोपाध्याय श्री 108 विकसंत सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य मे जैन भवन स्थित मंदिर में नित्य नियम पूजा के साथ संगीतमय दस लक्षण महामंडल विधान किया गया।
उत्तम अकिंचन्य धर्म पर अपने प्रवचन में श्रमणोपाध्याय 108 श्री विकसंत सागर जी मुनिराज ने कहा कि उत्तम आकिंचन धर्म आत्मा के अपने गुणों के सिवाय जगत में अपनी अन्य कोई भी वस्तु नहीं है इस दृष्टि से आत्मा अकिंचन है। अकिंचन रूप आत्मा-परिणति को आकिंचन करते हैं। जीव संसार में मोहवश जगत के सब जड़ चेतन पदार्थों को अपनाता है, किसी के पिता, माता, भाई, बहिन, पुत्र, पति, पत्नी, मित्र आदि के विविध सम्बंध जोड़कर ममता करता है। मकान, दूकान, सोना, चाँदी, गाय, भैंस, घोड़ा, वस्त्र, बर्तन आदि वस्तुओं से प्रेम जोड़ता है। शरीर को तो अपनी वस्तु समझता ही है। इसी मोह ममता के कारण यदि अन्य कोई व्यक्ति इस मोही आत्मा की प्रिय वस्तु की सहायता करता है तो उसको अच्छा समझता है, उसे अपना हित मानता है। और जो इसकी प्रिय वस्तुओं को लेशमात्र भी हानि पहुँचाता है उसको अपना शत्रु समझकर उससे द्वेष करता है, लड़ता है, झगड़ता है इस तरह संसार का सारा झगड़ा संसार के अन्य पदार्थों को अपना मानने के कारण चल रहा है।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी मधु जैन ने बताया कि 17 सितंबर अनंत चतुर्दशी के अवसर पर 8.30 बजे भगवान श्री वासु पूज्य मोक्ष कल्याणक मुख्य निर्वाण लड्डू एवं रथ यात्रा बोलियां लगाई जाएगी। ’नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण निशुल्क दवा वितरण मनोहर लाल जैन औषधालय द्वारा प्रातः 9.30 बजे जैन भवन में होगा। श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन गांधी रोड से भव्य शोभायात्रा प्रातः 10.30 बजे आरंभ होगी। रथ यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई वापस जैन धर्मशाला गांधी रोड पहुंचेगी शाम को 7.15 बजे महा आरती प्रतिक्रमण एवं प्रवचन होंगे’। संध्याकालीन कार्यक्रमों की श्रृंखला में सभी श्रद्धालुओं द्वारा श्रीजी की आरती बड़े ही भक्ति भाव और उल्लास के साथ की गई जिसमें भारी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। धार्मिक अंताक्षरी की भव्य प्रस्तुति देशना दीदी के निर्देशन मंे दसलक्षण पर्व में संध्याकालीन कार्यक्रम की श्रृंखला में आज उत्तम आकिंचन के दिन जैन महिला वीरांगना क्लब के द्वारा धार्मिक अंताक्षरी का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें चार टीम भगवान महावीर के नाम पर बनाई गई तथा सबसे 6 राउंड में प्रश्न पूछे गए। कार्यक्रम का संचालन संस्था की संयोजिका बबिता जैन और सुनीता जैन ने किया। सभी वीरांगनाओं ने वंदना की प्रस्तुति दी तथा सभी ने कार्यक्रम में सहयोग किया। कार्यक्रम के समय उत्सव समिति के संयोजक  अमित जैन अजीत जैन अर्जुन जैन ,नरेश चंद जैन संदीप जैन, रामपुर वाले मीडिया प्रभारी मधु जैन वीरांगना सुधा जैन  सरोज जैन उमा जैन शशि जैन रश्मि जैन अलका जैन प्रीति जैन संगीता जैन, संगीता जैन रजनी जैन मुकेश जैन तथा जैन, नितिन जैन सचिन जैन सुनील जैन विपिन जैन राजीव जैन समाज के गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।