रानीखेत/अल्मोड़ा: बाहर से आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो हमें इस बात का विशेष ध्यान देना होगा। यह बात जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने चिकित्सा प्रबन्धन समिति गोविन्द सिंह महरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत संचालक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुये कही। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि चिकित्सालय में दवाईयों की उपलब्धता, सफाई व मरीजों को दिये जाने वाले भोजन आदि की व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा जाय।
बैठक में चिकित्सालय में संविदा में कार्यरत कर्मचारियों को पुनः पीआरडी के माध्यम से वेतन का भुगतान किये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा सहमति प्रदान की गयी। बैठक में चिकित्सालय परिसर में आने वाले वाहनों से पार्किंग शुल्क लिये जाने पर विचार विर्मश किया गया जिस पर जिलाधिकारी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को निर्देश दिये कि वे एक कमेटी का गठन कर तपश्चात इस पर अन्तिम निर्णय लें। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय हेतु हीटर, गीजर, कम्बल, साज सज्जा हेतु सामान क्रय किये जाने के लिये अनुमोदित मद से धनराशि व्यय करने की अनुमति प्रदान की। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अनटाईड फण्ड से चिकित्सालय को 02 लाख रू0 स्वीकृत किये। उन्होंने कहा कि जो भी सामान क्रय किया जाय उसमें उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियमावली का विशेष ध्यान रखा जाय साथ ही वित्तीय मामलों में कोषाधिकारी की सहमति अवश्य प्राप्त कर ली जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि क्रय किये गये सामान को स्टाक पंजिका में आवश्य रूप से दर्ज करने के बाद अभिलेखों का रख-रखाव सही ढ़ग से किया जाय।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि चिकित्सालय में जहां पर भी मरम्मत, रंग रोगन का कार्य किया जाना है उसका प्रस्ताव बनाकर जिलाधिकारी कार्यालय को प्रस्तुत करें ताकि आगामी जिला योजना में उन प्रस्तावों को रखा जा सके। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय की साफ-सफाई को देखकर सन्तोष जताया और चिकित्सालय स्टाफ को बधाई दी और कहा कि इस तरह के कार्यों का सन्देश आम लोगो के बीच अच्छा जाता है इससे चिकित्सालय का नाम रोशन होता है। जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालय की स्वास्थ्य टीम द्वारा कम संसाधन होने के बावजूद भी अच्छा किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा चिकित्सालय के चिकित्सा स्टाफ के लिये बनकर कर तैयार हुये नवनिर्मित हाॅस्टल में जो भी कार्य अधूरे रह गये है उन्हें निर्धारित समय में पूर्ण कराते हुये नियमानुसार चिकित्सा स्टाफ को आवंटित कर दिया जाय जिससे यहां के चिकित्सकों को जल्द ही आवासीय सुविधा मुहैया हो सके।
बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया कि चिकित्सालय में खराब डिजिटल एक्स रे, ई0एन0टी0 चिकित्सक न होने आदि समस्याओं से अवगत कराया जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन कढाई किया जायेगा। बैठक में संयुक्त मजिस्टेªट रानीखेत अपूर्वा पाण्डे, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी, संचालक मण्डल के सदस्य दीप भगत, कोषाधिकारी मो0 सहजाद, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रानीखेत डा0 के0के0 पाण्डे, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 योगेश पुरोहित, नायब तहसीलदार विवेक राजौरी, दीप भट्ट, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी पूरन सिंह अधिकारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।