देहरादून,। उत्तराखंड़ के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जीवन को विशुद्ध रूप से जीने के लिए शुद्ध पर्यावरण की आवश्यकता है और इसे बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य एव जिम्मेदारी है। उनियाल रिंग रोड स्थित पर्ल ऐवन्यू होटल में इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन (आइजेयू), नई के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। आईजेयू के इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करने के उपरांत कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य देवों की पवित्र भूमि होने के साथ ही प्राकृतिक रूप से सुंदर एवं आकर्षित राज्य भी है। यह राज्य सभी को शुद्ध पर्यावरण प्रदान करता आ रहा है। देशभर को अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता तथा शुद्ध पर्यावरण देने में भी अग्रणी राज्य बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह हिमालयी राज्य प्राकृतिक रूप से आच्छादित है, साथ ही यहां बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री के साथ ही सिक्खों के धाम व मुस्लिम समुदाय का पवित्र धाम कलियर शरीफ भी है। यह सभी धाम सौहार्दपूर्ण वातावरण का संदेश हमेशा देते रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण को समाज से जोड़ते हुए कहा कि मीडिया की भूमिका जनता को इस दिशा में जागरूक करने के लिए बहुत ही आवश्यक हो जाती है। आईजेयू के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने समाज में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उसकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य के पत्रकार को बेहतर सुविधाएं मुहैया करा रही है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को जो पेंशन पांच हज़ार रुपए प्रतिमाह दी जाती थी, उसको बढ़ाकर राज्य सरकार ने आठ हजार प्रतिमाह किया प् इसके अलावा राज्य सरकार ने कई पत्रकारों के लिए आवास भी मुहैया करना प्रारंभ किया है। अधिवेशन में उन्होंने सरकार की ओर से पत्रकारों को आगे भी सुविधाएं दिए जाने का आश्वासन दिया और घोषणा की कि पत्रकारों को वन विभाग के गेस्ट हाउस में सुविधाएं दिए जाने पर सरकार काम कर रही है। अधिवेशन के प्रारंभिक सत्र में यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के श्रीनिवास रेड्डी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एस एन सिन्हा, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमर देवुलापल्ली, राष्ट्रीय सचिव जय सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त किए।
आज पत्रकारिता खुद एक एजेंडा बन गईः योगेश भट्ट
अधिवेशन के द्वितीय सत्र की शुरुआत पत्रकारिता के बिगड़ते स्वरूप व दिशाहीन होने पर चिंतन और मनन करने के साथ हुई। जिसमें मुख्य वक्ता राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने कहा कि आज पत्रकारिता खुद एजेंडा बनकर रह गया है प् उन्होंने आज के अधिवेशन में मीडिया और पत्रकारिता दोनों को हीआड़े हाथों लिया और कहा कि वास्तव में आज पत्रकारिता का राजनीतिकरण हो चुका है, जो कि पत्रकार जगत के लिए बहुत ही बड़ी चिंता की बात है। हमारे देश की डेमोक्रेसी कैसी हो? तथा आज बड़ा जर्नलिस्ट कौन है ? इस तरह के कई सवाल हमारे सामने आज है प् उन्होंने चिंतन करते हुए कहा कि आज जो स्वरूप पत्रकारिता का बन चुका है, वह चिंतनीय है और आज पत्रकार और पत्रकारिता पर बात व चिंतन होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया और पत्रकारिता दोनों ही अलग- अलग हैं, लेकिन दोनों में आज घालमेल करके रख दिया गया है,जो कि चिंता का विषय है। इस पर मनन करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अप्रत्यक्ष रूप से देश के हालातो की ओर इशारा करते हुए कहा कि देश की ग्रोथ आज स्वस्थ नहीं है। इस दिशा में स्वस्थ कदम उठाने होंगे। उन्होंने पक्ष और विपक्ष की भूमिका को लेकर जोर देते हुए कहा कि आज जहां सत्ता पक्ष मजबूत है, वहीं विपक्ष को भी पूरी तरह से मजबूत बने रहना चाहिए, ताकि एक दूसरे का डर देश के विकास कार्यों को लेकर समानांतर रूप से बना रहे प् उन्होंने उत्तराखंड के मीडिया पत्रकारिता जगत द्वारा राज्य में उठाई जा रही आवाज को सराहनीय बताया और कहा कि राज्य सरकार को भी चाहिए कि वह पत्रकार और मीडिया जगत की सुख सुविधाओं को कदापि नजर अंदाज न करे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह पत्रकारों के इलाज के लिए कैशलेस की सुविधा के साथ ही पत्रकारों का बीमा करने पर भी गंभीरता दिखाए।
इस दूसरे सत्र के मुख्य अतिथि सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि सरकार की ओर से पत्रकारों द्वारा उठाई गई मांगों पर सरकार ने कई निर्णय ले लिए हैं। राज्य सरकार पत्रकारों की समस्याओं को लेकर सदैव गंभीर रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की मान्यता भी अब तहसील और जिला स्तर पर भी होगी। पत्रकार कल्याण कोष की धनराशि को भी 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ सरकार द्वारा कर दिया गया है। दिवंगत हो चुके पत्रकार दुर्गा प्रसाद नौटियाल को भी पांच लाख रूपए सरकार की ओर से दिए जाने की घोषणा भी सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने की है। इस अवसर पर जर्नलिस्ट यूनियन आफ उत्तराखन्ड की वार्षिक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। पहले दिन के अधिवेशन में मुख्य रूप से कार्यक्रम के मुख्य आयोजक व जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ उत्तराखण्ड़ के अध्यक्ष प्रदेश उमा शंकर प्रवीण मेहता, महामंत्री गिरीश पंत, जिलाध्यक्ष मोहम्मद शाह नज़र, अनिल वर्मा, मनमोहन लखेड़ा, ब्रह्मदत्त शर्मा, ललिता बलूनी, मूलचंद, वीरेन्द्र गैरोला, सन्जीव पंत, जाहिद अली, अधीर मुखर्जी, शीशपाल रावत, एस पी उनियाल, राजेन्द्र वर्मा, विनय भट्ट, श्रवण कुमार, विजय कुमार शर्मा समेत बीस राज्यों के पत्रकार उपस्थित रहे।
पर्यावरण के लिए जन जागरूकता है बेहद जरूरीः सुबोध उनियाल
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