शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम). प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रजनीश किमटा ने कहा है कि विपक्ष और मीडिय़ा का काम सरकार और सिस्टम के इंतजामों की कमियां बताना है। इसे प्रदेश सरकार को सहयोग की तरह लेकर कमियों को पूरा करने पर ध्यान देकर उसे दूर करना चाहिए न कि अनाप-शनाप बयानबाजी करके तथ्यों को छुपा कर जनता को गुमराह करने का प्रयास करना चाहिए।

 

किमटा ने कहा कि चंडीगढ़ के हिमाचल भवन की नेशनल मीडिय़ा में आई खबरों के खुलासे के बाद सरकार इस पर अपनी सफाई देनी चाहिए थी कि कमी कहा रहीं। उन्होंने कहा है कि अगर 43 कमरों वाले हिमाचल भवन में सरकार के प्रतिनिधि राजीव कुमार के मुताबिक 5 ही लोगों को शैल्टर दिया गया है तो यह अपने आप में एक बड़ी बदइंतजामी को उजागर कर रहा है। संकट के इस दौर में चंडीगढ़ व इसके आसपास हजारों लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं । जाहिर है कि चंडीगढ़ का हिमाचल भवन आम लोगों को राहत देने में नाकाम रहा है। कारण साफ है कि संकट में फंसे लोगों को हिमाचल भवन में आने की इजाजत ही नहीं दी गई है।

 

किमटा ने सवाल खड़ा किया है कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अधिसूचना जारी करके राज्य के बाहर फंसे हुए लोगों के लिए इसे  खोलने के निर्देश दिए थे तो ऐसे में सिर्फ 5 लोगों को ही क्यों शैल्टर दिया गया। उन्होंने कहा कि इसमें न कोई राजनीति है न ही कांग्रेस इस संकट के समय कोई राजनीति कर रही है, लेकिन बीजेपी के लोग सरकार व सिस्टम की कमियां छुपाने को लेकर जरुर राजनीति जरूर कर रहे हैं।

 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रजनीश किमटा ने कहा है कि लॉकडाउन कफ्र्यू से पहले कांग्रेस पार्टी के जितने भी निर्धारित कार्यक्रम थे वह तमाम कार्यक्रम पार्टी ने सरकारी अधिसूचना जारी होते ही  तुरंत बंद करने का एलान किया था। कांग्रेस ने इस आपदा के समय तुंरत एक आपदा कोष की स्थापना करते हुए सभी प्रदेशवासियों ओर पार्टी जनों से अंशदान का आह्वान किया।कांग्रेस के पदाधिकारियो व कार्यकर्ताओं ने इसमें अपना सहयोग देना शुरू कर दिया है।कांग्रेस विद्यायकों ने एक एक माह का बेतन पहले ही मुख्यमंत्री राहत कोष में दे दिया है। राष्ट्रीय आपदा की इस घड़ी में कांग्रेस सरकार के हर कदम का सहयोग व स्वागत करती रही है, लेकिन अब जब कांग्रेस पार्टी की तरफ से इंतजामों में मीडिय़ा के माध्यम से आई खबरों पर टिप्पणी की गई है तो सरकार कांग्रेस पर नाराज क्यों हो रही है,कांग्रेस द्वारा मदद की बात बीजेपी को क्यों रास नहीं आ रही है, समझना मुश्किल है।

 

किमटा ने कहा कि एहतियाती इंतजामों में कमियां उजागर करना भी एक तरह से सरकार का सहयोग है। इसमें बीजेपी के कुछ लोगों को तकलीफ किस कारण से हो रही है। उन्होंने  कहा कि जब कांग्रेस पार्टी ने अपने तमाम  राजनीतिक कार्यक्रम रद्द करने का एलान किया था तब बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक करने में मशगुल थी। इस बैठक में हजारों लोग सरकार की सरपरस्ती में इक्टठा हुए थे, लेकिन अब समझ में यह नहीं आ रहा है कि बीजेपी कांग्रेस पर किस मुंंह से राजनीति का बेतुका आरोप लगा रही है। हिमाचल भवन पर नेशनल मीडिया व लोकल मीडिया पर आई खबरों के बाद लाखों लोगों ने इस बदइंतजामी पर सोशल मीडिय़ा पर टिप्पणियां की हैं।वह अगर इस संकट की घड़ी में सरकार व सिस्टम से ज्यादा कांग्रेस पर भरोसा कर गुहार लगा रहे हैं, तो इसमें बीजेपी को राजनीति कहां और कैसे दिख रही है। सरकार और सिस्टम को सचेत करके कांग्रेस अगर सवाल उठा रही है तो यह भी एक तरह से सरकार का ही सहयोग है। इसमें बीजेपी को अपना दुर्षीत राजनीतिक चश्मा उतार कर फेंक देना चाहिए।