5 / 100

देहरादून। उत्तराण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य में लगातार बेटियों के साथ हो रहे घृणित अपराधों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करे हुए कहा कि राज्य की धामी सरकार में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा जुमला साबित हुआ है तथा इस सरकार में बेटी पढ़ाओ और भाजपा के नेताओं से बेटी बचाओ का नारा ज्यादा प्रासंगिक लगता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश में महिला अत्याचार, बलात्कार एवं हत्या जैसे घृणित अपराधों का बढ़ता ग्राफ गम्भीर चिंता का विषय है।
अल्मोड़ा जिले के सल्ट में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष पर 14 वर्ष की नाबालिक के साथ बलात्कार के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा के राज में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की जगह केवल भाजपा के नेताओं से बेटी बचाओ का नारा लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुष्कर सिंह धामी के पिछले तीन वर्ष के कार्यकाल में बलात्कार की यह चैथी घटना है जब बलात्कार का आरोप सत्ताधारी भाजपा के नेताओं पर लगे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले हरिद्वार जनपद के बहादराबाद में भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं ओबीसी आयोग के सदस्य द्वारा नाबालिग युवती के साथ किये गये दुष्कर्म एवं हत्या की घटना में भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके परिणामस्वरूप इस प्रकार के अपराध करने वालों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और राज्य में लगभग प्रतिमाह एक महिला अपराध और बलात्कार की गम्भीर घटना घटित हो रही है।
करन माहरा ने कहा कि जिस प्रकार लगातार महिलाओं के साथ बलात्कार और अत्याचार की घटनायें हो रही है उससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश में जंगल राज कायम हो चुका है। प्रदेश की धामी सरकार अपनी ही पार्टी के बलात्कारियों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही है। महिला एवं नाबालिगों के साथ घट रही बलात्कार की घटनाओं से पूरे देश में उत्तराखण्ड का सिर शर्म से झुक गया है और उसे भी अधिक शर्म की बात यह है कि चाहे अंकिता भंडारी हत्याकांड हो, चाहे बहादराबाद बलात्कार व हत्याकांड या अब सल्ट में नाबालिग से बलात्कार इन सभी के आरोपियों के तार सत्ताधारी दल से जुड़े हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड का पर्वर्तीय क्षेत्र इस प्रकार की घटनाओं से अभी तक अछूता रहा है परन्तु भाजपा के शासन में पर्वतीय क्षेत्र में भी इस प्रकार की घटनायें घटित हो रही हैं तथा दिन दहाड़े नाबालिग बेटियों की इज्जत को तार-तार किया जा रहा है जो कि गम्भीर चिंता का विषय हैं। करन माहरा ने इस प्रकार के अपराध करने वालों को कठोर सजा दिये जाने की मांग करते हुए कहा कि नाबालिगों के साथ इस प्रकार के घृणित अपराध करने वालों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो सबके लिए एक नजीर साबित हो।