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चण्डीगढ़, 10 नवम्बर- भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के कुशल मार्गदर्शन में हरियाणा सरकार और सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (सीसीआरएएस) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित आयुष विभाग, हरियाणा ने पंचकुला में 8वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य के लिए “हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद” की परिवर्तनकारी अवधारणा को शामिल किया गया।

इस अवसर पर केंद्रीय आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्री मुंजपारा महेंद्रभाई, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य डॉ. राजेश कोटेचा, स्वास्थ्य एवं हरियाणा के आयुष विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा, आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री कविता गर्ग सहित मंत्रालय और आयुष विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री ने इस राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी के लिए हरियाणा सरकार और आयुष विभाग के प्रयासों की सराहना की, जिसमें 8 उत्तरी भारत के राज्यों अर्थात् जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और चंडीगढ़ ने भाग लिया। उन्होंने दैनिक जीवन में आयुर्वेद के एकीकरण पर भी जोर दिया और एलोपैथी प्रणालियों के साथ-साथ आयुर्वेद को उपचार के पसंदीदा विकल्प के रूप में स्थापित करने में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को रेखांकित किया।

इस अवसर पर एक आयुर्वेदिक-एक्सपो ने आयुर्वेद के क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रगति, उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया। इस एक्सपो ने चिकित्सकों, शोधकर्ताओं और उत्साही लोगों को आयुर्वेदिक प्रथाओं के विकास और प्रचार के लिए एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने, विकास का पता लगाने और उससे जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान किया।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण देश भर के उल्लेखनीय आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान था। इस कार्यक्रम में वैज्ञानिक पत्रों का विमोचन भी किया गया और पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं में ज्ञान के भंडार को और समृद्ध करने के लिए सीसीआरएएस के मार्गदर्शन में आयुर्वेद के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों का प्रदर्शन किया गया।