कहते हैं कि जाको राखे साईयां, मार सके ना कोय, बाल ना बांका कर सके जो जग बैरी होए। यह कहावत चरितार्थ होती दिखी दरभंगा स्टेशन के समीप स्थित म्यूजियम गुमटी के गेट संख्या 26 के पास। यहां शुक्रवार को एक महिला अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ चलती ट्रेन के सामने कूद गई। कूदने के साथ ही महिला का शरीर दो टुकड़ों में कट गया, वहीं बच्चे को एक खरोंच तक नहीं आई, वह बाल-बाल बच गया।

इस घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन व आसपास सनसली फैल गई। इस दिल दहलाने वाली घटना को देखकर लोगों के बीच कई तरह की बातें होने लगीं। लोग बच्चे को गोद में लेकर पुचकारने लगे। वहीं मृतक महिला का शव देखकर लोगों की रूह सिहर गई।

आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल, जीआरपी थानाध्यक्ष सुनील द्विवेदी, स्टेशन अधीक्षक अशोक कुमार सिंह आनन-फानन में मौके पर पहुंच घटना का जायजा लिया।जीअारपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया है। अभी तक शव की शिनाख्त नहीं होे सकी है। ना ही मृतका के पास से कुछ बरामद हुआ है।

घटनाके बाद करीब आधा घंटा तक दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। इसके कारण सुबह 8.25 बजे खुलने वाली बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आधा घंटा विलंब से खुली। घटना के संबंध में बताया जाता है कि दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक से दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन जैसी ही रवाना हुई कि कुछ ही दूरी पर म्यूजियम गुमटी के सामने महिला अपने नवजात शिशु को लेकर ट्रेन के आगे कूद गई।

ट्रेन से टकराने के बाद महिला के गोत का बच्चा उसके हाथों से छूट कर काफी दूर छिटक गया, लेकिन बच्चे को एक खरोंच तक नहीं आई। वहीं, महिला का शव ट्रेन से दो टुकड़ों में कट गया।