शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.बाल मुकंद के तबादले पर हैरानी जताते हुए कहा है कि एक तरफ देश प्रदेश में कोरोना माहमारी अपना तांडव दिखा रही है तो दूसरी तरफ प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में जुटे अधिकारियों को अस्त व्यस्त करने में लगी है।उन्होंने प्रधानाचार्य के इस तबादले को राजनीति से प्रेरित और किसी बदले की भावना से करने का आरोप सरकार पर लगाया है।उन्होंने कहा है कि बेबजह यह निर्णय किसी की योग्यता को भी खुली चुनौती देता है।
राठौर ने एक बयान में कहा है कि स्वच्छ छवि के अधिकारियों के साथ इस प्रकार का कोई भी अनुचित व्यवहार इन के मनोबल पर विपरीत असर डाल सकता है।उनका कहना है कि डॉ.मुकंद एक विशेषज्ञ के साथ साथ स्वच्छ छवि और बहुत ही ईमानदार अधिकारी रहें है,जिन्होंने इस पद पर रहते हुए इस मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था को सही व सुचारू करने में कोई कोर कसर बाकी नही रखी है।ऐसे में समय से पूर्व इन को इस पद से मुक्त करना अपने आप मे कई प्रश्न पैदा करता है।
राठौर ने कहा है कि इसी प्रकार का अनैतिक निर्णय प्रदेश सरकार ने कुछ माह पूर्व भी उन्हें इस पद से हटाने का लिया था।उस समय भी उनके तबादले पर कई सवाल खड़े हुए थे।उन्हें सरकार के निर्णय के खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर होना पड़ा था। किरकिरी होने के बाद सरकार को उन्हें इस पद पर पुनः विठाना पड़ा था।
राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अपने इस फैंसले पर पुनः विचार करने को कहा है।उन्होंने कहा है कि उन्हें ऐसे किसी भी अधिकारी को अपनी राजनीति का शिकार नही बनाना चाहिए जो अपना कार्य पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कर रहा हो।