चंडीगढ़ 15 अक्टूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में अग्रोहा धाम के ऐतिहासिक पुरातत्व स्थल पर एक प्रतिष्ठित संग्रहालय की स्थापना की जाएगी। साथ ही राखीगढ़ी की तर्ज पर जल्द ही सरकार अब ऐतिहासिक स्थल अग्रोहा को विकसित करने जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज यहां पंचकुला में प्रथम नवरात्रि के अवसर पर माता मनसा देवी मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना करने उपरांत पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी के सुखद भविष्य और स्वास्थ्य की कामना की।
महाराजा अग्रसेन जंयती की बधाई देते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि अग्रोहा के पुरातात्विक स्थल को महाराजा अग्रसेन की राजधानी माना जाता है। इस स्थल के विकसित होने से ना केवल आस्था का यह केंद्र विश्व में अपनी पहचान बनाएगा बल्कि यह स्थल पर्यटन के रूप में भी विख्यात होगा। केंद्र सरकार ने अग्रोहा पुरातात्विक स्थल एवं निकटवर्ती क्षेत्र का समग्र विकास राखीगढ़ी मॉडल के अनुसार एमओयू के माध्यम से करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। हम राज्य की समृद्ध विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के अपने व्यापक प्रयासों के तहत अग्रोहा पुरातत्व स्थल संग्रहालय के विकास में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्य सरकार संभावित क्षेत्रों में करवाएगी जीपीआर(ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार ) सर्वेक्षण
उन्होंने बताया कि अग्रोहा पुरातत्व स्थल की खुदाई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और हरियाणा राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी। खुदाई शुरू करने से पहले, राज्य सरकार द्वारा संभावित क्षेत्रों में जीपीआर सर्वेक्षण किया जाएगा। उसके बाद एएसआई और हरियाणा सरकार के बीच ज्वाइंट एम ओ यू होगा।
मुख्यमंत्री ने अग्रोहा की पुरातात्विक विरासत को उजागर करने लिए केन्द्र से किया था आग्रह
हिसार जिले में केंद्रीय संरक्षित स्थल अग्रोहा में उत्खनन के संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी को अगस्त माह में पत्र लिखा था। मुख्यमंत्री ने इच्छा जताई थी कि हरियाणा सरकार प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर अग्रोहा, तहसील आदमपुर, जिला हिसार में पुरातात्विक विरासत को उजागर करना चाहती है ताकि राज्य के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण अध्याय जुड़े। उन्होंने इस स्थल को हरियाणा में एक भव्य विरासत स्थल में बदलने और पुरातत्व स्थल संग्रहालय की स्थापना के लिए एक परियोजना शुरू करने का भी अनुरोध किया है। खुदाई के दौरान अग्रोहा जनपद (गणराज्य) के सिक्कों की खोज और महाभारत सहित प्राचीन साहित्य में इसका प्राचीन नाम अग्रडोका का आना इसके गणतंत्र का मुख्यालय होने के पर्याप्त प्रमाण हैं। अग्रोहा शहर तक्षशिला और मथुरा के बीच प्राचीन व्यापार मार्ग पर स्थित था और इसलिए, यह वाणिज्य और राजनीतिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र बना रहा। पहले की खुदाई से इस स्थल की क्षमता साबित हुई है और लगभग चौथी शताब्दी से लेकर चौदहवीं शताब्दी ईस्वी तक की पांच अलग-अलग सांस्कृतिक अवधियों का पता चला है।
100 से अधिक पुरातत्व स्थलों की करी गई है पहचान
उन्होंने कहा कि समस्त हरियाणा में 100 से अधिक पुरातत्व स्थलों की पहचान की गई है। इन्हें केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर विकसित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार राखीगढी की विरासत को संरक्षित करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा लगभग 23 करोड रुपये प्रदान किए जा रहे हैं उसी प्रकार अग्रोहा के लिए भी वित्तपोषण प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार भी पर्याप्त मात्रा में बजट उपलब्ध करवाएगी।
इसके अतिरिक्त, संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को भी सरकार द्वारा जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। सरकार द्वारा महापुरुषों की जयंती को राज्य स्तर पर मनाया जाता है। सरकार ने संत महापुरुषों को सम्मान देने के लिए राज्य में अनेक शिक्षण संस्थानों का नामकरण भी किया है। महाराजा अग्रसेन की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है। हम स्वर्णिम अतीत पर भविष्य की नींव को खड़ी करने लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पर स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, विधायक असीम गोयल, पंचकूला मेयर कुलभूषण गोयल मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।