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चंडीगढ़, 17 नवम्बर- दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला ( आईआईटीएफ) में 19 नवंबर को हरियाणा-डे मनाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यातिथि प्रदेश के बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह होंगे। इसी दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हरियाणा-डे मनाया जाएगा।

19 नवम्बर को मेला परिसर में होगी हरियाणवीं लोक कला की धूम

हरियाणा के व्यापार मेला प्राधिकरण की मुख्य प्रशासक श्रीमती जी. अनुपमा ने  बताया कि 19 नवम्बर रविवार को व्यापार मेले में आयोजित किए जा रहे हरियाणा-डे पर मेला परिसर में स्थित एम्फी थियेटर में हरियाणवीं कला व नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति होगी। इनमें मुख्य रूप से हरियाणवीं नृत्य, हरियाणवी फैशन-शो, रागनी, हरियाणवीं कॉमेडी देखने को मिलेगी। प्रदेश के कला एवं संस्कृति विभाग के कलाकार रविवार को व्यापार मेला परिसर में हरियाणा की परम्परा व संस्कृति की मनोहारी छटा बिखेरेंगे। प्रसिद्ध हरियाणवी लोक कलाकार नवीन पूनिया व उनकी टीम आकर्षक प्रस्तुति देगी। उस दिन मेले में हरियाणवीं कला की धूम होगी और मेला परिसर हरियाणवीं स्वरलहरी से गूंज उठेगा।

श्रीमती अनुपमा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा से जुड़े विभिन्न उत्पाद व वस्तुओं के निर्माण से संबंधित स्टॉल लगाए गए हैं। कुल 51 स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें से 14 स्टाल व दो लाइव डेमो हरियाणा पवेलियन के अंदरूनी हिस्से में हैं तथा शेष स्टाल बाहरी हिस्से में लगाए गए हैं । उन्होंने बताया कि 14 नवंबर से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का शुभारंभ हो चुका है, जोकि 27 नवंबर तक जारी रहेगा। मेले में 18 नवंबर तक के दिन सिर्फ व्यवसायियों के लिए निर्धारित किए गए हैं और 19 नवंबर से मेला जन साधारण के लिए खोल दिया जाएगा। श्रीमती अनुपमा ने बताया कि हरियाणा मंडप में इस बार ट्रेड यानी व्यापार को हरियाणवीं संस्कृति और  आधुनिकता के साथ जोड़ा गया है।

उन्होंने बताया कि  इस बार क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़ा ट्रेड फेयर आयोजित हो रहा है, जिसका आकार करीब 1.10 लाख वर्ग मीटर में है। मेले में करीब 370 कंपनियां, 3500 वितरक, सभी प्रदेशों व केंद्र शासित प्रदेशों सहित 13 विदेशी पवेलियन भी बनाए हैं। इनमें प्रमुख रूप से अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ओमान, मिस्र, नेपाल, थाईलैंड, तुर्किये, वियतनाम, ट्यूनीशिया, किर्गिस्तान, लेबनान, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे है। इसी में लगभग 601 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में हरियाणा मंडप है।

पांच नंबर हाल में प्रथम तल पर स्थित है  हरियाणा मंडप

प्रदेश के मेला प्राधिकरण की प्रशासक  सोफिया दहिया ने बताया कि इस बार प्रगति मैदान के पांच नंबर हाल के प्रथम तल पर हरियाणा मंडप बना हुआ है। उन्होंने बताया कि इस बार हरियाणा मंडप बनाने में राष्ट्रीय डिज़ाइन संस्थान कुरुक्षेत्र, वास्तुकला विभाग तथा सोनीपत ज़िला के मुरथल स्थित दिनबंधु चौधरी छोटू राम विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय का सहयोग लिया गया है। उन्होंने बताया कि पहले की अपेक्षा इस बार हरियाणा मंडप भी क्षेत्रफल व आकार में बड़ा है। प्रदेश ने अपनी विरासत को सहेजते हुए कुछ नया प्रदर्शित करने का प्रयास किया है । इसमें आर्ट एंड क्राफ्ट, हथकरघा उत्पाद, हरियाणा के ग्रामीण परिवेश में नया मकान बनने पर बांधी जाने वाली फुलझड़ी( बंदरवाल), अचार, मुरब्बे, लकड़ी की कारीगरी, इलेक्ट्रॉनिक्स का  सामान, डीजे स्पीकर, पलवल में काँच से बनी सौंदर्यकरण की वस्तुएँ, हाईवे टूरिज्म, कृषि, मिल्लेट्स अर्थात् मोटा अनाज से बने उत्पाद, फ़ार्म टूरिज्म, हरियाणा में उत्सवों के दौरान परोसे जाने वाले व्यंजनों आदि को शामिल किया गया है ताकि मंडप में आते ही व्यक्ति को हरियाणा की संस्कृति और लोक परम्परा की महक आए, अनुभव हो कि वह हरियाणा के किसी हिस्से में है। मंडप का डिज़ाइन परंपरा और आधुनिकता का सम्मिश्रण है। उन्होंने बताया कि मंडप में बनाए गए स्टालों में पारंपरिक उत्पादों और कारीगरी के अलावा आधुनिक युग की जरूरत अनुसार उत्पाद भी प्रदर्शित किए गए हैं।

सोफिया दहिया ने बताया कि इसी हाल में कई केंद्रीय मंत्रालयों व सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के मंडप भी बने हैं। मेले में हरियाणा पवेलियन खासा आकर्षक है। हरियाणा मंडप को चारों ओर से लालटेन से सजाया गया है। ताऊ की बैठक, चारपाई व हुक्का हरियाणवीं संस्कृति की झलक प्रदर्शित कर रहा  है।

मेट्रो स्टेशनों पर मिलेगी मेले की टिकट

उन्होंने बताया कि  मेले की टिकट ऑनलाइन माध्यम के अलावा सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन को छोड़ कर दिल्ली के चुनिंदा 55 मेट्रो स्टेशनों के काउंटरों से बिक्री हो रही है। मेला परिसर को आकर्षक बनाने के लिए फ़व्वारे लगाए गए हैं। हाल संख्या 4 के पास एक एकड़ में बड़ा फाउंटेन बना है। इसके अलावा सभी गेट के साथ आईआईटीएफ  के फ्रंट गेट पर भी फाउंटेन है। वहीं परिसर के बाहर मथुरा रोड-भैरव मार्ग पर भी फाउंटेन लगा हुआ है। इन सभी फाउंटेन में 10 फीट ऊंची पानी की बौछारें होती हैं जो लुभावना दृश्य प्रस्तुत करती हैं।

सुबह दस बजे से होगी एंट्री

उन्होंने बताया कि मेले की शुरुआत सुबह 10 बजे से होगी और शाम 7.30 बजे तक दर्शक लुत्फ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 19 नवंबर से मेला परिसर में गेट संख्या 1, 4, 6 और 10 से आम लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। वहीं प्रदर्शकों के लिए प्रवेश गेट संख्या 1, 4, 5B और 10 से रखी गई है। शाम 5.30 बजे के बाद प्रवेश वर्जित है।