Telangana,(R.santosh):
अमजद उल्ला खान (प्रवक्ता) एमबीटी ने सईद वसीम और रवि कुमार की मौत के मामले में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को बैठकर जांच की मांग की।
कल यह रवि कुमार था, जो गवर्नमेंट चेस्ट हॉस्पिटल, एर्रागड्डा में मर गया था और आज यह सैयद वसीम चेस्ट हॉस्पिटल में कोविद -19 मरीज के मरने की कहानी को कभी खत्म नहीं कर रहा है और बेशक अस्पताल के अधिकारी लंगड़ा बहाना दे रहे हैं, यहां तक कि गवर्नमेंट भी गंभीर नहीं है और छोड़ दिया है रोगी का भाग्य, यदि वे जीवित रहते हैं, तो उन्हें सरकार के पास जाना चाहिए और यदि वह अस्पताल के अधिकारियों से कोई लंगड़ा बहाना मरवाता है। सभी गलत खबरों में गांधी के बाद अब चेस्ट हॉस्पिटल की बारी है।
दो दिन पहले रवि कुमार का एक vedio ऑक्सीजन के लिए गुहार लगा रहा था और उसकी मृत्यु हो गई, आज सैयद का एक और vedio सार्वजनिक रूप से आया जो मदद की गुहार लगा रहा था और बाद में उसकी मृत्यु हो गई।
सैयद वसीम वेदियो में एक और बात जो उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले बनाई थी वह यह है कि हम रोजाना अस्पताल में बेड की अनुपलब्धता के बारे में सुन रहे हैं लेकिन वेदियो में हम देख सकते हैं कि सैयद को छोड़कर आईसीसीयू के अंदर कोई मरीज नहीं है और एक और चीज जिसे हम देख सकते हैं इस वेदियो में न तो कोई डॉक्टर है और न ही कोई कर्मचारी देखा जा सकता है।
चेस्ट हॉस्पिटल के लिए कुछ गंभीर करना होगा अन्यथा उक्त वेदियो को रोजाना क्रॉप किया जाएगा।