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कुदरकोट क्षेत्र के गांव गोपियापुर में शुक्रवार की देर रात छप्पर सहित कच्ची दीवार ढहने से दंपती समेत परिवार के छह लोग दब गए। जो सो रहे थे। दीवार गिरने की आवाज सुन पड़ोसी पहुंचे तो दबे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया गया। मलबे से बाहर निकालते तब तक दंपती समेत एक बच्चे की मौत हो चुकी थी। अन्य घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना लाया गया। जहां से उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के लिए रेफर कर दिया गया। घायलों में तीन बच्चे रहे।

रात तकरीबन पौने 12 बजे की घटना है। मकान काफी पुराना होने की वजह से हादसा हुआ। छप्पर सहित दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। चारपाई पर सो रहे 40 वर्षीय इंद्रवीर और पत्नी 38 वर्षीय शकुंतला सहित 12 वर्षीय विकास, आकाश, अनुराग व अंशु दब गए। दीवार गिरने की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग पहुंचे। उन्होंने मलबे में दबे दंपती सहित बच्चों को बाहर निकाला। इस दौरान शकुंतला और इंद्रवीर सहित विकास की आंखें हमेशा के लिए बंद हो चुकी थीं। वहीं अन्य बच्चों की हालत नाजुक रही।

घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना में भर्ती कराया गया। जहां से उन्हें सैफई के लिए रेफर कर दिया गया। घटना की जानकारी होने पर क्षेत्राधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह से पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने जानकारी की। वह देर रात घटनास्थल पर पहुंच गईं। चारू निगम ने बताया कि हादसे में दंपती समेत तीन की मौत की जानकारी मिली है। अन्य घायलों की भी हालत नाजुक है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।