देहरादून :महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने उप जिलाधिकारी देहरादून से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन प्रेशित करते हुए ट्रांस्पोर्ट नगर में लगी स्व0 जस्सा सिंह अहलूवालिया की मूर्ति हटाये जाने के विरोध में ज्ञापन प्रेशित किया।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने उपजिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि धर्मपुर विधानसभा क्षेत्रांतर्गत कईं वर्श पूर्व महान संत स्व0 जस्सा सिह जी की मूर्ति स्थापित की गई थी। वर्तमान में उसी स्थान पर षराब का ठेका खोला जा रहा है जिसके कारण मूर्ति को अन्यत्र स्थानन्तरित करने का निर्णय लिया गया है जो कि न्याय संगत प्रतीत नहीं होता है। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त पंजाब के प्रथम सम्राट एव ंसंत स्व0 जस्सा सिंह जी न केवल महान संत थे अपितु सिक्ख पंथ के नेता भी थे जिन्होंने अफगानी आतताई अहमदषाह अब्दाली से हिन्दू युवतियों की रक्षा भी की थी जिसके कारण वे सिक्ख धर्म में उन्हें बन्दी छोड के नाम से जाना जाता था। इसके अलावा भी स्व0 जस्सा सिंह जी ने कई ऐसे कार्य किये जिनके लिए वे सदैव याद किये जाते हैं। षराब की दुकान को बचाने के लिए ऐसे मूर्धन्य महापुरूश एवं संत जस्सा सिंह जी की मूर्ति हटाये जाने का निर्णय सर्वथा अनुचित एवं निन्दनीय है तथा इससे ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार शराब माफिया के सामने नतमस्तक है। महानगर कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने यह भी मांग की कि उनकी मूर्ति के पास किये गये अतिक्रमण को भी हटाया जाना चाहिए।
प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि जस्सा सिंह जी की मूर्ति स्थल के समीप सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया गया है जिसे हटाया जाना नितांत आवष्यक है। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में संत स्व0 जस्सा सिंह जी की मूर्ति को हटाना आजादी के नायकों का अपमान होगा। संत स्व0 जस्सा सिंह जी की मूर्ति को षराब की दुकान की भेंट चढ़ाने के किसी भी प्रयास का हम पुरजोर विरोध करते हैं तथा मांग करते हैं कि स्व0 संत जस्सा सिंह जी की मूर्ति को यथा स्थान बनाये रखा जाय तथा उसके सामने खोले गये षराब के ठेके को अन्यत्र स्थानन्तरित किये जाने के साथ ही मूर्ति के निकट अतिक्रमण को हटाया जाय। उपजिलाधिकारी देहरादून ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वासन दिया कि इस पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व विधायक राजकुमार, आईटी विभाग अध्यक्ष अमरजीत सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम नीनू सहगल, पूर्व प्रदेष सचिव दीप बोहरा, नीरज नेगी, राहुल पंवार, नरेन्द्र राणा, अविनाष मणि, कार्तिक चांदना आदि षामिल थे।