New Delhi,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : कोरोना महामारी की वजह से इस साल भारत से मुस्लिमों के हज यात्रा पर जाने की संभावना नहीं है। हालांकि सरकार इस बारे में अंतिम फैसला तभी लेगी जब हज के आयोजन को लेकर सऊदी अरब अपनी स्थिति स्पष्ट कर देगा।
– सऊदी अरब के स्थिति स्पष्ट करने के बाद ही सरकार लेगी अंतिम फैसला
हज कमेटी के सीईओ मकसूद अहमद खान की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक, हज-2020 के लिए भारत में तैयारियों के लिए कुछ ही हफ्ते बचे हैं और सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।
– हज यात्रा रद करने के इच्छुक लोगों का पैसा बिना कटौती के लौटा दिया जाएगा
हज-2020 के बारे में कई पूछताछ और चिंता व्यक्त किए जाने के मद्देनजर भारतीय हज कमेटी ने फैसला किया है कि जो लोग अपनी हज यात्रा रद करने के इच्छुक हैं, उनकी सौ प्रतिशत धनराशि बिना किसी कटौती के लौटा दी जाएगी।
– सऊदी अरब में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं
एक शीर्ष स्तरीय सूत्र ने बताया, ‘सऊदी अरब में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं और यहां से दो लाख लोगों को जाना है। हमने तैयारियां कर ली थीं, लेकिन अब बहुत कम समय बचा है। हम सऊदी अरब से आधिकारिक बयान का इंतजार कर रहे हैं। इस बार संभावना नहीं है कि भारत से लोग हज यात्रा करने में सक्षम हो सकेंगे।’
– कोरोना के चलते इस साल कुछ देशों ने अपने नागरिकों को हज पर नहीं भेजने का किया फैसला
मालूम हो कि भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय वार्षिक हज-2020 समझौते पर पिछले साल दिसंबर में हस्ताक्षर किए गए थे। इस साल दो लाख भारतीय मुस्लिमों के हज पर जाने की संभावना थी। इस साल कुछ देशों ने अपने नागरिकों को हज पर नहीं भेजने का फैसला किया है। इनमें प्रमुख नाम इंडोनेशिया का है जो दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है