New Delhi,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):   देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के 56 जवान संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी दिल्ली में संक्रमित पाए गए हैं। 56 नए मामले आने के बाद आईटीबीपी (ITBP) में संक्रमितों की संख्या 156 पहुंच गई है। आईटीबीपी में संक्रमण के अधिकतर केस दिल्ली में सामने आए हैं। आईटीबीपी का मुख्य कार्य भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा और रखवाली करना, महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन और आपदा प्रबंधन आदि करना है
वहीं रविवार को बीएसएफ के 18 कर्मी संक्रमित पाए हैं जिसके बाद बीएसएफ में संक्रमितों का आंकड़ा 276 पहुंच गया है।
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक सभी केंद्रीय बलों में 650 से ज्यादा जवान कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, वहीं पांच कर्मियों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो चुकी है। सीएपीएफ में सीमा सुरक्षा बल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल आईटीबीपी और एसएसबी आते हैं।
इससे पहले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और एनएसजी के महानिदेशकों तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक कर बलों के जवानों में बढ़ रहे कोविड-19 मामलों पर चिंता जतायी थी। इसके बाद पांचों बलों ने सामाजिक दूरी, स्वच्छता, संक्रमणमुक्ति, शिविरों में जवानों को पृथक-वास में रखने जैसे नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया है।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इन बलो में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर चर्चा हुई। बैठक में बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और एनएसजी के महानिदेशकों के अलावा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि शाह ने सीएपीएफ के सभी बलों के महानिदेशकों के साथ बैठक कर उनके द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्यों की प्रशंसा की और साथ ही बलों के जवानों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता जतायी। उन्होंने इस बलों में वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने और उनके हित/कल्याण के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की।
अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ में 3।25 लाख जवान हैं वहीं बीएसएफ में करीब 2।5 लाख कर्मी हैं फिलहाल बीएसएफ के 276 कर्मी कोविड-19 पॉजिटिव हैं, इनमें से अधिकतम कर्मी दिल्ली और त्रिपुरा में तैनात थे। बीएसएफ पाकिस्तान और बांग्लादेश से जुड़ी भारत की सीमाओं की सुरक्षा का जिम्मा संभालती है।