देहरादून,  उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इस बात पर गहरी नाराजगी का इजहार किया है जिसमें राज्य के गांव में बने क्वारंटाईन  केंद्रों में पिछले 15 दिनों मे आधा दर्जन से ज्यादा निर्दोष लोगों की मौते हो गई है लेकिन सरकार है कि उसने एक भी मृत व्यक्ति के परिवार को 1 रु भी मुआवजा देना उचित नहीं समझा है। उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से कहा  कि यह निश्चित तौर पर सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह जिन लोगों को उनकी जीवनरक्षा के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों में क्वरन्टाईन केंद्रों में भेज रही थी,वहां बजाय उनकी रक्षा होती उल्टा वे वहां पर सरकारी तत्रं की लापरवाही के चलते ,काल के ग्रास बन गए।

 उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुख और खेद का विषय है कि निर्दोष लोगों की जीवन की रक्षा तो हम कर ही नहीं पाए परंतु जब उनकी गाहे-बगाहे मौत हो ही गई है तो भी सहायता और दुख वह दिलासे के नाम पर, गुजरे हुए लोगों के परिवारों को सरकार 1 रु भी देने को तैयार नहीं है। उन्होंने सरकार की नैतिक जिम्मेदारी  पर सवाल उठाते हुए  मुख्यमंत्री से कहा अब लगातार दिन प्रतिदिन समय बढ़ता जा रहा है और मृतकों की भी संख्या भी क्वारंटाईन रकेंद्रों में  दिनोदिन बढती जा रही है, परंतु सरकार है कि मूकदर्शक बनी हुई है, जो कि किसी भी दृष्टि से क्षम्य नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा की वे कठिनाई के दौर में सरकारी उदारता का  परिचय देते हुए आगे आए और तत्काल मृतकों के परिवारों की 1000000 रु की आर्थिक सहायता पहुंचाएं जिससे उन्हें कम से कम यह तो आभास हो कि सरकार दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है।

कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य के तमाम क्वॉरेंटाइन केंद्रों के निरीक्षण के लिए सरकार से ष्औचक निरीक्षण दलोंष् के गठन की भी मांग की है। उन्होंने कहा है कि कई जगह ऐसे मामले सामने आए हैं जहां पर क्वारंटाईन किए गए लोगों की देखभाल में गंभीर लापरवाही बरती गई और लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। उन्होंने बेतालघाट में एक 4 वर्षीय बेटी के निधन पर गहरी नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि यह घटना राज्य के माथे पर कलंक है, जिसमें छोटे से अबोध बच्चे  को सांप ने अपना निवाला बना लिया और सरकार आज तक भी हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है  और सरकारी सहायता का दूर-दूर तक कहीं कोई नाम नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में बातचीत के दौरान पत्रकारों द्वारा सरकार के माध्यम से काबिना मंत्री सतपाल महाराज की यात्रा हिस्ट्री छुपाने के आरोप पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यदि इसमें सत्यता है कि किसी भी व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री की सत्यता छुपाई गई है तो यह प्रशासन एवं जांच ऐजेंसियों की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि इस महामारी की जंग में हर व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह अपनी यात्रा विवरण पारदर्षिता के साथ प्रषासन को उपलब्ध कराये। कोरोना जैसी महामारी में नियम कानून सभी लोगों के लिए एक समान होने चाहिए, ऐसे में यदि कहीं प्रषासन से चूक हुई है तो यह गम्भीर विषय है।