शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में कोरोना पॉजिटिव महिला के आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिला प्रशासन की ओर से सरकार को सौंपी रिपोर्ट में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया गया है। आत्महत्या करने वाली कोरोना पॉजिटिव महिला को रक्तचाप की दिक्कत हो गई थी। तीमारदार को दवाइयां लाने के लिए भेजा गया था, लेकिन वह दवाइयां लेकर लौटा तो भीतर जाने से रोक दिया गया। दूसरे दिन महिला को बीपी की दवाइयां मिलीं। जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डॉक्टर ने भी कोविड सेंटर का निर्धारित समय में राउंड नहीं किया। महिला को कोविड की समय रहते दवाइयां तक नसीब नहीं हुईं। जांच टीम ने अस्पताल प्रशासन की एक के बाद एक खामियों को उजागर किया है। सेंटर में खाने की व्यवस्था भी ठीक नहीं थी। कर्मचारी भीतर जाने में परहेज करते थे। जिला प्रशासन ने रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से भी यह मामला डिस्कस होना है। इसके बाद ही सरकार आगामी कार्रवाई करेगी। बताया जा रहा है कि इस मामले में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।