अल्मोड़ा: राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज होटल शिखर में किया गया। कोविड-19 को देखते हुए सार्वजनिक दूरी का पूर्ण पालन करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। उन्होंने तम्बाकू के दुष्प्रभाव पर चर्चा करते हुए बताया कि मुुॅह के कैंसर का सबसे बढ़ा कारण तम्बाकू है, तम्बाकू के प्रयोग से शरीर में बे्रनस्टाॅक, हार्ट-अटैक सहित कई समस्यायें जन्म लेती है इसके लिए लोगो को तम्बाकू के दुष्प्रभाव के बारे में अधिक से अधिक जागरूक करना होगा।
इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी ने कहा कि पूरे देश में प्रतिवर्ष 13 लाख व्यक्तियों की मौत तम्बाकू से होती है। उन्होंने तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभाव व बीमारियों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रतिदिन एक घण्टा व्यायाम, योग एवं मौसमी फल खाने की सलाह लोगो को दी। इस कार्यशाल में तम्बाकू नियंत्रण को लेकर एन0टी0पी0सी0 कार्यक्रम के सदस्य बालाजी सेवा संस्थान राज्य कार्यक्रम प्रबन्धक ममता थापा ने पाॅवर पांइट के माध्यम से तम्बाकू के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने एन0टी0पी0सी की सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद कानून (कोटपा एक्ट) की धारा 04, 6ए, 6बी, 5, 7 सहित अन्य धाराओं के बारे में बताया गया, साथ ही उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान प्रतिबन्धित है। साथ ही प्रशिक्षण में प्रतिभागी पुलिस अधिकारीध्कर्मचारियों एवं समस्त विभाग के अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा की। इस कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 योगेश पुरोहित, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, नोडल एन0सी0बी0 डा0 अनिल ढिंगरा, खण्ड विकास अधिकारी हवालबाग पंकज काण्डपाल, डा0 अखिलेश, डा0 ललित नेगी सहित समस्त एन0सी0बी0 समस्त विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।