शिमला । दिल्ली के निजामुद्दीन में हिमाचल प्रदेश के 701 मुस्लिम लोगों की टाॅवर लोकेशन पाई गई है। केंद्र सरकार और केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने इस अहम सूचना को राज्य सरकार के साथ साझा किया है। इसके आधार पर हिमाचल सरकार खासी हरकत में आ गई है। इन सभी लोगों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर रखा गया है। हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने सूची की पुष्टि की है। इसके आधार पर सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को विशेष हिदायतें जारी की गई हैं। उन्हें सख्त हिदायतें जारी की गई हैं कि वे इन लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखें।हालांकि, करीब 26 व्यक्तियों के मोबाइल प्रारंभिक जांच में सही नहीं पाए गए हैं। हिमाचल से संबंध रखने वाले 701 लोग कब से दिल्ली में डटे रहे इस बात का पता जांच के बाद ही चलेगा। प्रदेश के गृह विभाग ने इस संबंध में डीजीपी को भी सूची जारी की है। जहां से ही पता चल सकेगा कि सैकड़ों लोग कब दिल्ली गए थे और दिल्ली में कहां-कहां रहे। इन लोगों को क्वॉरंटाइन पर रखा गया है या नहीं, इस बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। केवल 17 लोगों को ही क्वॉरंटाइन पर रखे जाने की बात कही गई थी। लेकिन नई सूचना आने के बाद प्रदेश की जांच एजेंसियां और खुफिया एजेंसियां भी हैरान हैं। अब इनके संदिग्ध ठिकानों पर भी पैनी नजर रखी जाएगी।

अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमाना का कहना है केंद्र सरकार की तरफ से टाॅवर लोकेशन के आधार पर 701 संदिग्ध लोगों की सूची प्राप्त हुई है। इस सूची के आधार पर एसपी और डीसी को कार्रवाई करने को कहा गया है। मोबाइल फोन को सर्विलांस पर रखा गया है। करीब 26 नंबर सही नहीं पाए गए हैं। इन पर बातचीत करने की कोशिश की गई। प्रदेश सरकार कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से कड़े कदम उठा रही है। जिन भी लोगों की पहचान होगी, उन्हें होम क्वॉरंटाइन पर रखा जाएगा। मुस्लिम समुदाय से जुड़े 701 लोगों की सूची की डीजीपी एसआर मरडी ने भी की पुष्टि की है। लेकिन यह मरकज में थे या नहीं, इसका पता पूरी जांच के बाद ही चल पाएगा।