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नई दिल्ली,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): केंद्र सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। दिल्ली हाईकोर्ट की न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सहगल को अब दिल्ली राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (डीएससीडीआरसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। हाईकोर्ट की न्यायाधीश अगले महीने सेवानिवृत्त होने वाली थीं। हाईकोर्ट के न्यायाधीश 52 वर्ष की आयु होने के बाद सेवानिवृत्त होते हैं।

न्यायमूर्ति सहगल जल्द ही डीएससीडीआरसी में नई जिम्मेदारी संभालेंगी। दिल्ली सरकार द्वारा 28 जनवरी को जारी एक आदेश में कहा गया है कि नियुक्ति पांच साल की अवधि के लिए होगी या जब तक वह 67 वर्ष की नहीं हो जातीं, जो भी पहले हो। दिल्ली सरकार के आदेश में कहा गया है कि न्यायमूर्ति सहगल को हाईकोर्ट के सिटिंग जज के हिसाब से ही वेतन, भत्ते और अन्य लाभ मिलेंगे।

न्यायमूर्ति सहगल ने 1981 में दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की और 1983 में एलएलएम पूरा किया। उन्होंने बाद में 2012 में एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा से पीएचडी की। न्यायमूर्ति सहगल जुलाई 1985 में सेवाओं में शामिल हुईं। न्यायमूर्ति सहगल ने अप्रैल 2013 से दिसंबर 2014 तक दिल्ली हाईकोर्ट की रजिस्ट्रार जनरल के रूप में कार्य किया। इसके अलावा उन्होंने रजिस्ट्रार (सतर्कता) के रूप में भी काम किया। वह 15 दिसंबर, 2014 को हाईकोर्ट की एक अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत की गईं और दो जून, 2016 को एक स्थायी न्यायाधीश बन गईं। वह गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) ट्रिब्यूनल की पीठासीन अधिकारी के रूप में भी काम कर रही थी।