आग बुझाने को दमकल की गाड़ियों को पानी उपलब्ध कराने वाले दफन हो चुके फायर हाइड्रेंट अब जिंदा नहीं होंगे। जल संस्थान की ओर से शहर में मुख्य जगहों, कॉलोनियों, गलियों में 68 जगहों पर लगे हाइड्रेंट को पुनर्जीवित करने से हाथ खड़े कर दिये हैं। अग्निशमन विभाग के मुताबिक जलसंस्थान की ओर से अवगत करा दिया गया है कि ये लाइनें बहुत पुरानी होने की वजह से हाइड्रेंट नहीं मिल पा रहे हैं। इन पर या तो अतिक्रमण हो गया है या फिर ये जमीदोंज हो गये हैं। नई पानी की लाइनों में हाइड्रेंट लगाये जाने को प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, वहीं, ओवरहेड टैंकों से पानी दमकल की गाड़ियों को उपलब्ध कराने की अनुमति दे दी गई है। दरसअसल, अप्रैल-मई माह में अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने शहर में हाइड्रेंट की स्थिति का जायजा लेने को पूरे शहर की खाक छानी थी। अधिकांश हाइड्रेंट सड़क चौड़ीकरण की भेंट चढ़ गये या पुरानी पाइप लाइन ध्वस्त होने की वजह से खत्म हो गये और कुछ को मिट्टी से दबा दिया गया। ऐसे में विभाग ने जल संस्थान को चिट्ठी भेजकर अवगत कराया। कहा गया कि आपातकालीन स्थिति में पानी कहां से लाएंगे।
दस ओवरहेड टैंक से कनेक्शन मिला
फायर सेफ्टी ऑफिसर अर्जुन सिंह रांगड ने बताया कि जल संस्थान की ओर से हाइड्रेंट पुनर्जीवित नहीं किये जाने संबंधी पत्र मिला था। जिसके बाद उन्होंने दस ओवरहेड टैंकों से आग लगने पर पानी लेने के लिए कनेक्शन दे दिया है। नई लाइनों में हाइड्रेंट लगाये जाने की बात कही गई है।
हाइड्रेंट लगाने को शासन को भेजा है प्रस्ताव
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता मनीष सेमवाल का कहना है कि नई लाइनों में फायर हाइड्रेंट लगाने को प्रस्ताव मुख्यालय से शासन को भेजा गया है। स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले कार्यों में भी हाइड्रेंट लगाया जाना प्रस्तावित है। फायर सर्विस के लिए ओवरहेड टैंकों से पानी देने की व्यवस्था की गई है।
कॉमर्शियल बिल्डिंग के लिए जरूरी मानक
- होटलों में फायर इक्विपमेंट इंस्टालेशन की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए।
- फायर उपकरण ऑटोमैटिक और मैनुअल दोनों में से कोई भी लगाया जा सकता है।
- बहुमंजिला इमारतों के लिए राइजिंग मेन होना जरूरी है।
- प्रत्येक बहुमंजिला इमारतों में अलार्मिंग सिस्टम होना जरूरी है।
- पानी के लिए अंडर ग्राउंड या ओवर हेड टैंक का होना अनिवार्य है।
- फायर एक्सटिंग्यूशर (सिलेंडर) होना चाहिए। फायर ब्रिगेड के आने जाने के लिए रास्ता होना चाहिए।
- हीट स्मोक डिटेक्टर भी लगे होने चाहिए। फायर हाईड्रेंट होने चाहिए।
गैराज से निकाली मशीन
रविवार को दिल्ली में भीषण हादसे के बाद दून का अग्शिमन विभाग भी अलर्ट हो गया। लंबे समय से गैराज में खड़ी कई करोड़ रुपये की एयर लिफ्ट मशीन को बाहर निकाला गया। इसे चलाकर सभी उपकरण चेक किए गए।