देहरादून:उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने विभिन्न विकासखण्डों में उपनल के माध्यम से कनिष्ठ अभियंता तथा डाटाएन्ट्री आपरेटर के पद पर कार्यरत कर्मचारियों को रोजगार से हटाये जाने का विरोध किया है। प्रीतम सिंह ने कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमण्डल के साथ हटाये गये कर्मचारियों द्वारा एकता विहार में दिये जा रहे धरने में पहुंचकर उनके आन्दोलन को अपना समर्थन दिया।
भाजपा सरकार को गरीब, बेरोजगार विरोध सरकार बताते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के लिए रोजगार देने का वादा किया था परन्तु सत्ता में आने के उपरान्त जो लोग रोजगार मे हैं उन्हें भी हटाने का काम किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को विधानसभा सत्र में भी प्रमुखता से उठाया था परन्तु सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है।  उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार बनने पर मंहगाई कम करने, दो करोड़ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वायदा एक जुमला साबित हुआ। उन्होंने कहा कि जहां शिक्षित बरोजगार नौजवानों को रोजगार देने के बजाय मोदी जी उन्हें पकौडे तल कर बेचने की सलाह देतेे हैं वहीं राज्य की त्रिवेन्द्र सरकार मिला हुआ रोजगार छीनने का काम कर रही है। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, याकूब सिद्धिकी, गोदावरी थापली, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, गरिमा दसौनी, डाॅ0 प्रतिमा सिंह, प्रदेश सचिव नवीन पयाल, कमरखान ताबी, युवा महासचिव संदीप चमोली, सूरत सिंह नेगी, आशीष सक्सेना, भूपेन्द्र नेगी, आशीष सेमवाल, विशालमणि, अजय रावत, नवनीत कुकरेती आदि प्रमुख थे।