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Uttarakhand:राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण हुए बीस वर्षों में उत्तराखंड जनमानस उत्तम शिक्षा, उचित स्वस्थ्य एवं रोजगार अवसरों में कमी महसूस होने के कारण अपने गावों और छोटे कस्बे छोड़ने के लिए विवश रहे हैं, आयी गयी सरकारों ने अभी तक सिर्फ इन मुद्दों पे राजनीतिक रोटियाँ सेकी है लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई समाधान इन वर्षों में नहीं दिख पाया। इस आपातकाल में तालाबंदी के कारण वापस आ रहे उत्तराखंड प्रवासियों के लिए मौजूदा सरकार जमीनीस्तर पर निम्न प्रकार के रोज़गार अवसर प्रदान कर पलायन जैसी समस्या को काफी हद तक काबू कर सकती है। आधुनिक युग टेक्नोलॉजी का युग है, राज्य सरकार अगर छोटे गांवों, कस्बे, शहरों तक हर प्रकार की सुविधाएं पहुंचाए तो आज का युवक इंटरनेट का उपयोग कर बहुत सारे उद्योग धंधे पहाड़ पर बैठ कर सकता है। 

कृषि सम्बंधी व अन्य व्यवस्था जैसे सीमेंट फैक्ट्री, चूना फैक्ट्री, पत्थरो की ईंट बनाना, गत्ता फैक्ट्री, दुग्ध डेरी, जड़ी-बूटी, सतावरी की खेती, एलोबेरा की खेती, लेमन ग्रास की खेती, भाग की खेती आदि के लिए स्थान चयन एवं विपणन (मार्केटिंग), कृषि उत्पादक को जन कल्याण योजनाओं के तहत प्रमोट करे। यदि सरकार युवा कल्याण व पलायन पर वास्तव में गंभीर है तो इस वक़्त जब कई प्रवासी वापस राज्य की ओर रुख कर चुके हैं तो उपुयक्त कदम उठा पलायन की दर को रोका जा सकता है।वापस आये प्रवासी जो भी पहाड़ में छोटे बड़े उद्योग लगाने व स्वरोजगार करना चाहें उन्हें प्रोत्साहित करें।
यदि पूर्ण बहुमत की राज्य सरकार चाहे तो कौशल विकास योजना के तहत कई विशेष स्वरोजगार स्टार्ट अप प्रोग्राम भी जमीनीस्तर पर सोच विचार कर पलायन, शिक्षा व स्वस्थ्य जैसी ज्वलंत समस्यायों को काबू कर सकती है।