Shimla,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी से प्रभावकारी ढंग से निपटने के लिए राज्य सरकार त्रि-स्तरीय रणनीति अपनाएगी। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात आज यहां स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद विभाग के कार्यों की आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि राज्य सरकार कोरोना वायरस के नमूनों की जांच की क्षमता को बढ़ाएगी ताकि अधिक से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से प्रभावित लोगों के उपचार के लिए तीन प्रकार के स्वास्थ्य संस्थानों की पहचान की जाएगी, जिनमें कोरोना के कोई लक्षण न दिखाई देने वाले कोरोना पीड़ित मरीजों को कोविड केयर केन्द्रों, कम लक्षण वाले कोविड से ग्रस्त लोगों को कोविड स्वास्थ्य केन्द्रों तथा कोविड के गंभीर रोगियों को चिन्हित कोविड अस्पतालों में रखा जा जाएगा।
जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पतालों में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण किट, मास्क तथा वेंटिलेटर इत्यादि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि लाॅकडाउन खत्म होने के उपरांत उत्पन्न होने वाली किसी भी संभावित स्थिति से साथ प्रभावशाली ढंग से निपटा जा सके। उन्होंने देश व प्रदेश के अन्य भागों में फंसे हिमाचलवासियों की घर वापसी के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श किया तथा अधिकारियों से इस सम्बन्ध में प्रभावशाली योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तक 8847 लोगों को कोरोना वायरस के लिए निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 5637 लोगों ने28 दिन का अपना निगरानी समय पूरी कर ली है तथा 3210 लोग अभी भी निगरानी में हैं। उन्होंने कहा कि आज कोविड-19 के लिए280 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 40 लोगों की जांच नेगेटिव पाई गई है तथा शेष 240 नमूनों के जांच की रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस के लिए 3994लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर.डी. धीमान ने कहा कि विभाग ने कोरोना के अतिरिक्त लोगों को अन्य स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए व्हाट्सऐप नम्बर 01792227328 जारी किया है।
सचिव आयुर्वेद जी.के. श्रीवास्तव ने कहा कि आयुर्वेद विभाग वरिष्ठ नागरिकों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाएगा।
विशेष सचिव स्वास्थ्य डाॅ. निपुण जिंदल ने कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए की गई तैयारियों पर प्रस्तुति दी। स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।