शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं ने पर्यावरण के क्षेत्र में प्रदेश में शीर्ष स्थान हांसिल किया है। महाविद्यालय की यह उपलब्धी प्रधानाचार्य वसुंधरा भारद्वाज के मार्गदर्शन में खुद महाविद्यालय स्टाफ और छात्रों द्वारा अर्जित की गयी है। पर्यावरण के क्षेत्र में मिसाल कायम कर महाविद्यालय लम्बे समय से पर्यावरण जन जागरण अभियान में जुटा था। जिसके फलस्वरूप पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं को अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह पुरस्कार महाविद्यालय की प्रधानाचार्य वसुंधरा भारद्वाज को प्रदान किया। इस मौके पर महाविद्यालय की केमिस्ट्री प्राध्यापिका एवं पर्यावरण प्रोजेक्ट अधिकारी श्वेता चंदेल भी उपस्थित रही। मुख्यमंत्री ने प्रधानाचार्य वसुंधरा भारद्वाज को पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार 2019-20 में एक ट्राफी और 50 हजार रूपरे राशी का चैक प्रदान किया। मुख्यमंत्री समेत शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्य सचिव अनिल खाची, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सचिव रजनीश, निदेशक, पर्यावरण विज्ञान और प्रौद्योगिकी डी.सी. राणा ने प्रधानाचार्य वसुंधरा भारद्वाज को बधाई दी। इस अवसर पर महापौर शिमला नगर निगम सत्या कौंडल, उप महापौर शैलेंद्र चौहान, एमडी एसजेवीएनएल नंद लाल शर्मा, पीसीसीएफ अजय कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।
प्रधानाचार्य वसुंधरा भारद्वाज ने बताया कि महाविद्यालय में पर्यावरण के प्रति लम्बे समय से अनेक गतिविधियाँ संचालित की जा रही थी, जिसमे महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण और छात्र लगातार सहयोग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पर्यावरण को लेकर जारी गाईड लाइन के मुताबिक़ महाविद्यालय में दिशा निर्देशों के अनुसार गतिविधियाँ संचालित की जा रही थी। जिसमे रेन हार्वेस्टिंग से पानी का एकत्रीकरण, वर्मी कम्पोस्ट से खाद बनाना, वृक्षारोपण, सोलर पावर का इस्तेमाल और कूड़ा प्रबंधन जैसी कई गतिविधियाँ शामिल हैं। इसके अलावा महाविद्यालय में सिंगल युज प्लास्टिक और जंक फ़ूड पर प्रतिबंध भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि प्राध्यापकों द्वारा जारी महाविद्यालय के तमाम दिशा निर्देशों पर अमल करते हुए छात्र भी लगातार बाहरी लोगों और अपने अभिभावकों तक जागरूकता कर पर्यावरण का सन्देश प्रसारित करने में जुटे रहते हैं। और इन्ही प्रयासों को प्रोजेक्ट के तौर पर महाविद्यालय द्वारा तैयार किया गया। प्रधानाचार्य वसुंधरा भारद्वाज ने पर्यावरण पर प्रथम पुरस्कार का श्रेय महाविद्यालय के समस्त स्टाफ और छात्रों को दिया है। साथ ही उन्होंने पर्यावरण सरंक्षण के प्रति आमजन से अपनी भागीदारी सुनिश्चित किए जाने का आह्वान किया है।