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देहरादून,। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पार्टी भाजपा मंडल अध्यक्षों के चयन में युवाओं को प्राथमिकता देने जा रही है। वहीं एक विधानसभा के अंतर्गत आने वाले मंडलों में भौगोलिक, सामाजिक वर्गों का संतुलन का विशेष ध्यान रखा जाएगा। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में चौहान ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार मंडल अध्यक्षों के नाम का चयन करते समय भौगोलिक स्थिति एवं सामाजिक समीकरण का ध्यान रखा जाएगा । जिसमें महिला ओबीसी एससी एवं एसटी वर्ग का विशेष रूप से आकलन करते हुए उचित प्रतिनिधित्व दिया जाना है। पार्टी की प्राथमिकता एक विधानसभा में आने वाले मंडलों के अध्यक्ष अलग-अलग सामाजिक वर्ग से रखने पर होगी। मंडल अध्यक्ष के लिए मंडल के सक्षम पदाधिकारी, मोर्चों के जिला स्तर के सक्षम पदाधिकारी एवं पूर्व में विस्तारक योजना में रहे नाम पर विचार किया जाएगा। यदि कोई कार्यकर्ता दो बार लगातार मंडल अध्यक्ष रह चुका है तो वह तीसरी बार मंडल अध्यक्ष के लिए के लिए अनुमन्य नहीं होगा।
उन्होंने मंडल अध्यक्ष चयन को लेकर प्राथमिक योग्यता पर कहा कि शीर्ष नेतृत्व द्वारा स्पष्ट किया गया है कि मंडल अध्यक्ष की आयु 35 से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। जिसका पार्टी के प्राथमिक एवं सक्रिय सदस्य होने के साथ वर्तमान या पूर्व में संगठन में कोई न कोई दायित्व होना भी आवश्यक है। उसे पार्टी की वैचारिक पृष्ठभूमि एवं संगठन के कार्यों का अनुभव होना आवश्यक है। वहीं अनुशासनहीनता एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित होने के आरोपी को किसी कीमत पर इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा।
चौहान ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व द्वारा नियुक्त विधानसभा पर्यवेक्षक को मंडल अध्यक्ष हेतु राय देने वाले अपेक्षित पदाधिकारियों में स्थानीय सांसद, विधायक एवम पूर्व विधायक या हालिया विधानसभा प्रत्याशी के अतिरिक्त मंडल में रहने वाले वर्तमान व पूर्व प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष, निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, वर्तमान व पूर्व राष्ट्रीय एवं प्रदेश मोर्चों के पदाधिकारी, वर्तमान मंडल अध्यक्ष, महामंत्री, मोर्चों के जिला अध्यक्ष, महामंत्री, वर्तमान शक्ति केंद्रों के संयोजक, वर्तमान बूथ अध्यक्ष होंगे।