मेरठ से गौरव कुमार की रिपोर्ट
आजकल मोबाइल पर पब्जी जैसे बहुत सारे गेम मिल जाते हैं। और बच्चों को इस तरह के गेम खेलने में इतना मजा आने लगता है। उस वक्त उन्हें खाना पीना कुछ भी अच्छा नहीं लगता। यहां तक उस वक्त उनको टोकने वाला भी दुश्मन दिखाई देने लगता है। यह गेम बच्चों को मानसिक रोगी बना देते हैं। और गेम के चक्कर में बच्चे बहुत जिद्दी हो जाते हैं आजकल नौजवानों के दिलों दिमाग पर मोबाइल पर गेमिंग का नशा इस कदर हावी है कि इसके लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार है। मेरठ में भी एक ऐसा ही खौफनाक मामला सामने आया है। जहां पिता ने जब बेटे को मोबाइल पर गेम खेलने से रोका तो सिरफिरे बेटे ने अपने ही पिता की गर्दन छुरी से रेत डाली। इतना ही नहीं इसके बाद उसने खुद की भी गर्दन पर छुरी से कई वार किए है। जिसके बाद हड़कंप मच गया और दोनों को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। फिलहाल दोनों जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं।
थाना खरखोदा के क्षेत्राधिकारी देवेश सिंह ने बताया कि यह मामला जनपद मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र के एवन कॉलोनी का है। जहां आमिर नाम का एक युवक मोबाइल पर गेम खेलने का आदि है। युवक के दिलों दिमाग पर गेमिंग का नशा इस कदर है कि उसे इसके अलावा कुछ भी नहीं सूझता। पहले पब्जी और अब उसी की तर्ज पर कई और गेम खेलने में दिन रात एक कर देता है। पिता इरफान ने जब बेटे को मोबाइल पर गेम खेलने से रोका तो यही बात बेटे को नागवार गुजरी और उसने पहले तो अपने पिता से हाथापाई की। जिसके बाद घर में रखी छुरी से अपने पिता की गर्दन रेत डाली ।पिता पर जानलेवा हमले से कोहराम मच गया। जिसके बाद आमिर घबरा गया और उसने खुद की भी गर्दन में छुरी से कई बार कर डाले ।आसपास के लोगों ने दोनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया ।फिलहाल दोनों की हालत गंभीर है दोनों जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी इमराना ने बताया कि आमिर की इस लत के कारण इलाके के लोग उसे मानसिक रोगी भी कहते हैं। पिता ने उसका इलाज भी कराना शुरू किया ।लेकिन मोबाइल पर गेम की लत ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। मोबाइल गेम को लेकर दोनों बाप बेटे में कहासुनी हुई और अब अंजाम आपके सामने हैं।