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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कहा सदन में स्वस्थ चर्चा से प्रदेश का विकास और जनता की समस्याओं का समाधान होता है। उन्होंने कहा कि सभी दलों को सदन की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने के लिए सहयोग करना चाहिए। रविवार को विधानसभा में  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्ष 2023 का प्रथम सत्र का आयोजन संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा कि सदन एक सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि यूपी ने कोराना काल में सदन का संचालन किया है। जिसे देश दुनिया सराहा गया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ चर्चा के लिए सभी दल सहयोग करें।

विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी दलों से अभिभाषण के दौरान शांति बनाए रखने का आग्रह किया। महाना ने कहा कि सदस्य सदन में केवल हाजिरी न लगाए बल्कि सदन में उपस्थिति भी रहें जिससे प्रदेश का विकास हो सके। सदन में जनहित में सामूहिक चर्चा करनी चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सुशासन के कारण ही सरकार दोबारा चुनकर आई है। उन्होेने कहा कि सदन चलने पर ही सभी समस्याओं का निदान होता है। इस अवसर पर अपना दल के रामनिवास वर्मा, लोकदल के राजपाल बालियान, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, निषाद पार्टी के अनिल कुमार त्रिपाठी, कांग्रेस की आराधाना मिश्रा मोना, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह मौजूद थे।

विभागवार अनुदान मांगों पर चर्चा कराएं
सपा विधायक दल की बैठक में मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि सदन में विभागवार अनुदान मांगों पर चर्चा की परंपरा खत्म होती जा रही है। इस बार सदन में सभी विभागों की अनुदान मांगों पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए। विधायक लालजी वर्मा ने कहा कि सदन को 31 मार्च तक संचालित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर छह दिन और बजट पर पांच दिन चर्चा कराई जाए। बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान जिस विभाग का प्रश्न होता है उसके अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव मौजूद नहीं होते है। पूरक प्रश्न पूछा जाने पर मंत्री सही जवाब नहीं दे पाते है। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी राज्यपाल दीर्घा में मौजूद रहने चाहिए।

चाचा भतीजे साथ साथ नजर आएंगे
विधानसभा के मंडप में भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके विधायक चाचा शिवपाल यादव साथ साथ नजर आएंगे। सपा के प्रस्ताव के बाद विधानसभा मंडल में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के पास वाली सीट शिवपाल यादव को आवंटित कर दी गई है। अब तक इस सीट पर सपा विधायक अवधेश प्रसाद बैठते थे।