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New Delhi,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में आधे मरीज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैं, जिसके बाद सभी अधिकारी और कर्मचारी को आइसोलेट कर दिया गया है | भोपाल में कोरोनावायरस से अब तक 142 लोग संक्रमित मिले हैं, जिसमें स्वास्थ महकमा के ही तकरीबन 70 लोग शामिल हैं | आने वाले दिनों में और भी कई अधिकारी और कर्मचारी इसकी चपेट में आ सकते हैं | मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य के स्वास्थ्य महकमा में पदस्थ चार बड़े आईएएस अधिकारी कोरना से संक्रमित हो गये हैं, जिसके कारण राज्य में कोरोनावायरस से जंग के खिलाफ रणनीति बनाने में काफी परेशानी हो रही है | बताया जा रहा है की विभाग के कई और अफसर संदिग्ध मानें जा रहे हैं, जिसके कारण आने वाले समय में और दिक्कतें हो सकती है | भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पल्लवी जैन, पीए टू पीएस जे विजय कुमार, आयुष्मान भारत के सीइओ गिरिश शर्मा और आईएएस सुमर्कल शर्मा शामिल हैं | इसके इलावा स्वास्थ विभाग में उपयंत्री आदि भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं | स्थानीय समाचार पत्र पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ महकमा में कोरोना कैसे फैला इसके लिए चार दिन पहले जांच बैठायी, लेकिन इसपर अब तक जांच शुरू ही नहीं हुई है | वहीं विभाग के स्वास्थ्य आयुक्त फैज किदवई ने मिडिया को बताया कि हमने अभी सबकी ट्रैवल हिस्ट्री निकाली है और आगे जांच करेंगे |
कांग्रेस ने उठाया सवाल
इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है | पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जानबूझकर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया है | कमलनाथ ने कहा कि जब राज्य में लॉकडाउन है और कोई कहीं आवाजाही नहीं कर सकता है ऐसे में सरकार रासुका के संक्रमित अपराधी को एक जगह से दूसरे जगह भेजकर राज्य में कोरोना फैला रही है |