देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग के मुखिया की कमान पीसीसीएफ राजीव भरतरी को सौंप दी गई है। भारतीय वन सेवा के 1986 बैच के अधिकारी राजीव भरतरी इस समय जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष हैं और वे रंजना काला के सेवानिवृत्त होने के बाद हॉफ या वन विभाग के मुखिया की कमान संभालेंगे। हॉफ के लिए राजीव भरतरी का नाम पहले से ही चर्चा में था। कुछ समय पहले मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी थी। पूर्व हॉफ रंजना काला 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रही थीं, इसलिए भी नए हॉफ का नाम साल के आखिरी दिन घोषित किया गया। नए हॉफ का आदेश प्रमुख सचिव वन आनंद वर्द्धन की ओर से जारी कर दिया गया। राजीव भरतरी को वन विभाग के सर्वोच्च वेतनमान पर पदोन्नति एक जनवरी 2021 से दी गई है। इसी के साथ फॉरेस्ट क्लियरेंस के नोडल अधिकारी एसीसीएफ डीजेके शर्मा को भी पीसीसीएफ के पद पर पदोन्नति दे दी गई है। प्रमुख सचिव वन ने इसकी पुष्टि की। आनंद वर्द्धन ने बताया कि जैव विविधता बोर्ड का कार्यभार फिलहाल भरतरी के पास ही रहेगा। नए हॉफ राजीव भरतरी ने कहा कि वे वन विभाग की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। आईएफएस रंजना काला ने एक नवंबर को ही मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) का पदभार ग्रहण किया था। 1985 बैच की आईएफएस अधिकारी रंजना को 31 अक्टूबर को पीसीसीएफ जयराज के रिटायरमेंट के बाद नियुक्त किया गया था। उस वक्त वे पीसीसीएफ (वन्यजीव) का जिम्मा संभाल रही थीं। आईएफएस रंजना काला इस पद तक पहुंचने वाली दूसरी महिला थीं। इससे पहले वीना शेखरी प्रदेश की पहली महिला हॉफ बनी थीं। वहीं, वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस पद तक पहुंचने वाली महिला वन अधिकारियों में आईएफएस रंजना काला का देश में तीसरा नंबर था।