शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):  बुधवार को विपक्ष के विरोध स्वरूप सदन से बाहर आने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष ने सदन में नियम 67 का प्रस्ताव लाया था। यह प्रस्ताव तब आता है, जब सरकार विफल और अक्षम होती है। तभी यह प्रस्ताव स्वीकार किए जाते हैं। विपक्ष के प्रस्ताव लाने वाले वक्ता भी नहीं बोल पाए। सदन में विपक्ष के सदस्यों की आवाज दबाई गई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर फर्जी आंकड़े रखते रहे। मौजूदा सरकार ने प्रदेश को एक लाख करोड़ के कर्ज में डुबाया है। यह सरकार प्रदेश को दिवालिया कर देगी।

 

 

जीएसटी का 3200 करोड़ का नुकसान होगा। प्रदेश में नई पंचायतें बन रही हैं और नए संस्थान खोले जा रहे हैं। खर्चे पर कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार इस्तीफा दे। सरकार जनता से माफी मांगे या फिर प्रस्ताव के सुझावों को मानें। इन्होंने तीनों ही बातें नहीं मानी हैं। मुख्यमंत्री विपक्ष को अपशब्द कहने लगे। बेशर्म बताया गया है, जबकि सरकार बेशर्म है। कोरोनाकाल में भ्रष्टाचार किया गया। कोरोना से 60 लोग मरे हैं। प्रदेश में 2000 लोगों ने आत्महत्या की। एक हजार का बलात्कार हो चुका है। प्रदेश सुरक्षित था और अब काफी ज्यादा कोरोना संक्रमण फैल रहा है।