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देहरादून:  शहर के विभिन्न चौराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री रखने की पुलिस की योजना परवान नहीं चढ़ पाई। यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से लागू की गई इस व्यवस्था को पुलिस अब खत्म करने की तैयारी में है।

इसकी शुरुआत घंटाघर से हो सकती है। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय आज सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और यातायात पुलिस के अधिकारियों के बीच होने वाली बैठक में लिया जाएगा।

चौराहों-तिराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री रखने की व्यवस्था शुरू की थी

देहरादून शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए यातायात पुलिस ने अगस्त में यहां चंडीगढ़ की तर्ज पर चौराहों-तिराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री रखने की व्यवस्था शुरू की थी। इसके तहत डिवाइडर लगाकर सड़कों को दो हिस्सों में बांटा गया। एक हिस्सा उस सड़क से बायीं तरफ की दूसरी सड़क पर मुड़ने वालों के लिए हैं, जबकि दूसरा सीधे जाने वालों के लिए।

वर्तमान में शहर के 15 चौराहों पर यह व्यवस्था लागू है। इसके लिए बाकायदा ‘लेफ्ट तेरा राइट’ अभियान चलाकर वाहन चालकों को व्यवस्था में सहयोग के लिए जागरूक किया गया। सख्ती के नाम पर कुछ वाहन चालकों के चालान भी किए गए, मगर अधिकांश वाहन चालक पुलिस की यह व्यवस्था मानने को तैयार नहीं हैं।

दूसरी तरफ, कुछ चौराहों पर सड़क संकरी होने के कारण पुलिस के इस प्रयोग का विरोध भी हो रहा है। इसको देखते हुए पुलिस अब इस व्यवस्था से कदम पीछे खींचने का मन बना चुकी है।

सख्ती न होने के कारण आ रही समस्या

चौराहों पर लेफ्ट टर्न फ्री रखने की व्यवस्था के फेल होने की मुख्य वजह पुलिस का सख्ती नहीं दिखाना है। असल में लेफ्ट टर्न को बाधित करने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए पुलिस की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जल्दी निकलने की होड़ में वाहन चालक इस व्यवस्था की परवाह किए बगैर लेफ्ट टर्न को बाधित कर खड़े हो जाते हैं।

उदाहरण के लिए दर्शन लाल चौक पर सीधे जाने या दायीं तरफ मुड़ने वाले वाहन चालक भी लेफ्ट टर्न से आगे निकलकर सड़क को घेर लेते हैं। इससे लेफ्ट टर्न यानी घंटाघर की तरफ जाने वाले यातायात को ग्रीन लाइट होने के बावजूद इंतजार करना पड़ता है। इससे न सिर्फ वाहन चालकों को परेशानी होती है, बल्कि चौराहे पर यातायात का दबाव भी बढ़ जाता है। यही दबाव जाम की वजह बनता है।

दूसरी तरफ, दुकानों के बाहर पार्किंग की जगह नहीं होने के कारण चौराहों के पास भी लोग सड़क पर वाहन खड़े कर रहे हैं। इससे भी लेफ्ट टर्न बाधित होता है। संकरी सड़कें भी इस व्यवस्था में बाधा बन रही हैं। क्योंकि, ऐसी सड़कों को दो हिस्सों में बांटे जाने से सीधे जाने वालों के लिए जगह पहले से भी कम हो गई है और वाहन चालकों को निकलने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

ऐसे में कुछ वाहन चालक इधर-उधर घुसकर किसी तरह निकलने की फिराक में रहते हैं। ये ऐसे बिंदु हैं, जिनका समाधान पुलिस अब तक नहीं निकाल पाई है। हालांकि, कुछ चौराहों पर यह व्यवस्था ठीक चल रही है और लोग इसकी प्रशंसा भी कर रहे हैं।

कुछ चौराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री रखने का विरोध हुआ है। इस कारण वहां से डिवाइडर हटाया जाएगा। सोमवार को इस संबंध में बैठक बुलाई गई है, जिसमें इस पर निर्णय लिया जाएगा।