शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : हिमाचल प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन द्वारा किन्नौर जिले में सतलुज नदी पर 450 मैगावाॅट क्षमता की निर्माणाधीन शोंगटोेंग कड़छम जल विद्युत परियोजना ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस परियोजना की मुख्य सुंरग के एडिट-प्प् और एडिट-प्प्प् को जोड़कर परियोजना प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव हासिल किया है। इन एडिटस के उत्खनन के दौरान विषम भूगर्भीय कठिन परिस्थितियों एवं 45 से 57 डिग्री सेंटाग्रेड तापमान के बावजूद एच.पी.पी.सी.एल. ने यह लक्ष्य हासिल किया। इस परियोजना की 7.7 किलोमीटर लम्बी मुख्य सुरंग में से 6.1 किलोमीटर सुरंग की खुदाई पूरी हो चुकी है और परियोजना के पाॅवरहाऊस और टंªासफार्मर केवरन खुदाई का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। शोंगटोेंग-कड़छम जल विद्युत परियोजना हिमाचल प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन की एक महत्वपूर्ण परियोजना है जिसका निर्माण रन-आॅॅफ-द-रीवर परियोजना के प्रारूप में सतलुज नदी पर किया जा रहा है। इस परियोजना का डाइवरजन बैराज पोवारी ग्राम के समीप स्थित है। परियोजना का निर्माण ई.पी.सी. ;इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट और कन्सट्रक्शनद्ध मोड के माध्यम से किया जा रहा है।
शोंगटोेंग कड़छम जल विद्युत परियोजना के शेष बचे कार्यों के लिए 1600 करोड़ की धन व्यवस्था हेतु भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलेे विभाग के माध्यम से हिमाचल प्रदेश सरकार, वल्र्ड बैंक से वित्त पोषण प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है। इस परियोजना से 10 करोड़ रूपये प्रति मेगावाॅट की औसत लागत के मुकाबले 6.3 करोड़ रूपये प्रति मेगावाॅट प्रतिस्र्पधा दर पर ऊर्जा उत्पन्न होगी और परियोजना शुरू होने के बाद राज्य को प्रतिवर्ष 500 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त होगा। यह अब तक किसी भी केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की भागीदारी के बिना राज्य सरकार द्वारा बनाई जाने वाली सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना है।

