नैनीताल: मण्डलायुक्त श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी ने मंगलवार को प्रशासनिक अमले के साथ पहुॅचकर सूखाताल झील का मौका मुआयना किया और अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए।
श्री ह्यांकी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सूखाताल पुनर्जीवन इस प्रकार किया जाये कि नैनी झील को भूमिगत जल प्राप्त होता रहें और बरसात के मौसम में आबादी क्षेत्र में पानी न घुसे और पम्प लगगर पानी निकालने की नौबत न आऐ। सूखाताल झील में पानी स्टोर क्षमता को बढ़ाया जाये और पानी को ज्यादा से ज्यादा रोका जाये। जल संस्थान द्वारा सूखाताल से शहर में पानी की आपूर्ति करने वाले पम्पों को भूमिगत जल पर्याप्त मात्रा में मिलता रहे।
श्री ह्यांकी ने निर्देश दिए कि झील का विकास इस प्रकार किया जाये कि बरसात के पानी की एक बून्द को भी बेकार न जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि सूखाताल झील में वर्षभर पानी की उपलब्धता बनी रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि सूखाताल झील के पुनर्जीवितीकरण के साथ ही सौन्दर्यकरण भी किया जाये। सौन्दर्यकरण हेतु केव गार्डन को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया जाये। उन्होंने सूखाताल झील के विकास हेतु प्रस्ताव तैयार करने के लिए झील सौन्दर्यकरण कार्य का दायित्व केएमवीएन के कंसलटेण्ट को तथा जल संभरण (स्टोर) का भाग सिंचाई व जल संस्थान के अधिकारियों को सौंपा। उन्होंने पर्यटकों के केव गार्डन से सूखाताल झील में आवाजाही हेतु सीढ़ी एवं लिफ्ट आदि की संभावना तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने सूखाताल झील को नए पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए। उन्होंने सूखाताल के रिचार्ज जोन एवं नालों को चिन्हित करने तथा नालों की समय से सफाई करने के भी निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिए।
श्री ह्यांकी ने केएमवीएन गेस्ट के सामने बने पार्किंग स्थल पर रेलिंग लगाने, पर्याप्त मात्रा में लाइटिंग की व्यवस्था करने के निर्देश जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण के अधधिकारियों को दिए।
निरीक्षण के दौरान प्रबन्धन निदेशक केएमवीएन एवं उपाध्यक्ष जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण रोहित कुमार मीणा, सचिव जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई एचसी सिंह, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संतोष कुमार उपाध्याय, पुलिस उपाधीक्षक विजय थापा आदि मौजूद थे।