8 / 100

देहरादून,। टॉक टाइटन की ओर से आगामी 13 फरवरी को दून यूनिवर्सिटी के सभागार में ’ टॉक टाइटन स्पीच कॉन्टेस्ट ‘ का आयोजन कराया जा रहा है। कॉन्टेस्ट के सत्र का शुभारंभ यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉक्टर सुरेखा डंगवाल की और से किया जाएगा। प्रतियोगिता में लगभग 10 -12 गतिशील प्रतिभागी होंगे, जिनमें से प्रत्येक देहरादून के उच्च प्रोफाइल, गणमान्य व्यक्तियों सहित प्रतिष्ठित दर्शकों के समक्ष भाषण देंगे।
टॉक टाइटन एक प्रतिष्ठित सार्वजनिक भाषण मंच है, जो व्यक्तियों को आत्मविश्वासी और स्पष्ट वक्ता बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा मिशन दिमागों को सशक्त बनाना, लोगों को शिक्षित करना और एक ऐसा आंदोलन बनाना है, जो प्रभावी संचार के महत्व को रेखांकित करता है आज की तेज तर्रार और प्रतिस्पर्धी दुनिया में स्पष्ट और दृढ़ विश्वास के साथ विचारों को व्यक्त करने की क्षमता एक अमूल्य कौशल है।
छात्रों और पेशेवरों के लिए सार्वजनिक भाषण का महत्वः सार्वजनिक भाषण केवल मंच पर भाषण देने के बारे में नहीं है, यह विचारों को संप्रेषित करने, परिवर्तन को प्रेरित करने और प्रभाव डालने के बारे में हैं। चाहे शैक्षणिक कॉरपोरेट या सामाजिक क्षेत्र में हो। आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ बोलने की क्षमता एक गेम चेंजर है। छात्रों के लिए शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ाता है। मजबूत संचार कौशल कक्षा में भागीदारी, प्रस्तुति क्षमताओं और बहस और चर्चाओं में आत्मविश्वास में सुधार करता है।
भविष्य के लिए तैयारी कराता है। चाहे साक्षात्कार, कॉलेज प्रवेश या प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपस्थित होना हो, विचारों को प्रभावित ढंग से वक्त करने की क्षमता एक महत्वपूर्ण लाभ है। नेतृत्व के गुणों को बढ़ाता है, जो छात्र सार्वजनिक भाषण देते हैं, वह अक्सर नेता बन कर उभरते हैं, दूसरों को प्रेरित करने और उनका मार्गदर्शन करने में सक्षम होते हैं। आत्मविश्वास बढ़ता है और डर पर काबू पाता है। सार्वजनिक भाषण देने का डर आम बात है, लेकिन अभ्यास के माध्यम से छात्रों में आत्मविश्वास विकसित होता है, जो जीवन के सभी क्षेत्रों में फैलता है।
करियर में उन्नतिः एक सम्मोहित वक्ता कार्यस्थल पर अलग दिखता है। प्रभावी संचार के साथ सहकर्मियों, ग्राहकों और वरिष्ठों को प्रभावित करता है। चाहे विचार प्रस्तुत करना हो रिपोर्ट प्रस्तुत करनी हो या सौदे पर बातचीत करना हो। कॉरपोरेट जगत में मजबूत बोलने का कौशल अमूल्य है।
अनुनय और प्रभाव को बढ़ाता है। सार्वजनिक भाषण नेताओं, उद्यमियों और पेशेवरों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जिन्हें टीमों को प्रेरित करने, दर्शकों को जोड़ने और बदलाव लाने की आवश्यकता होती है। नेटवर्किंग के अवसर का विस्तार करता है। सार्वजनिक मंचों और सम्मेलनों में अच्छी तरह से बोलने की क्षमता, नए सहयोग, सलाह और करियर में संभावनाओं के द्वार खोलती है।
इसी उद्देश्य के साथ टॉक टाइटन की ओर से आगामी 13 फरवरी को दून यूनिवर्सिटी के सभागार में श् टॉक टाइटन स्पीच कॉन्टेस्ट श् का आयोजन कराया जा रहा है। कॉन्टेस्ट के सत्र का शुभारंभ यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉक्टर सुरेखा डंगवाल की और से किया जाएगा।
प्रतियोगिता में लगभग 10 -12 गतिशील प्रतिभागी होंगे, जिनमें से प्रत्येक देहरादून के उच्च प्रोफाइल, गणमान्य व्यक्तियों सहित प्रतिष्ठित दर्शकों के समक्ष भाषण देंगे। हमारा इस बात पर जोर देना है, व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए सार्वजनिक रूप से बोलने का महत्व विकसित हो। उपयोगिता में भाग लेने से छात्रों और पेशेवरों की कौशल और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। टॉक टाइटन में हम मानते हैं कि सार्वजनिक भाषण एक महाशक्ति है, जो नए अवसरों को खोलती है। सकारात्मक बदलाव को प्रेरित कर सकती है और आत्मविश्वास से भरे व्यक्तियों को आकार दे सकती है।
दून यूनिवर्सिटी में होने जा रही हमारी भाषण प्रतियोगिता केवल एक कार्यक्रम नहीं है। यह एक ऐसा भविष्य बनाने की दिशा में आंदोलन है, जहां सफलता की कुंजी है। हम प्रेस और मीडिया घरानों को इस भव्य पहल का हिस्सा बने के लिए सादर आमंत्रित करते हैं।